पड़ोसी ही निकला अबोध बच्चे का हत्यारा
खजुराहो 15 जून- छतरपुर जिले के बमीठा में हुई अबोध बालक हत्याकांड में एसडीओपी खजुराहो मनमोहन सिंह बघेल ने खुलासा करते हुए बताया कि 12 जून की रात को बमीठा बसस्टैंड निवासी ओमप्रकाश गुप्ता के अबोध बालक के गुम हो जाने की सूचना, बच्चे के परिजनों ने बमीठा थाना में रात्रि 8.30 बजे दी थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसी रात से बच्चे की तलाश शुरु कर दी थी। पूरी रात पुलिस और स्थानीय लोग अबोध बच्चे की तलाश करते रहे, रात्रि करीब 3 बजे अबोध बच्चे(15 माह) का शव थाने के पीछे कुएं में तैरता मिला। बमीठा पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर, कड़ाई से पूछताछ करने पर पता लगा कि पड़ोंसी बीरू उर्फ वीरेंद्र यादव ने अपना जुर्म कबूला है। आज एसडीओपी मनमोहन सिंह बघेल ने प्रेसवार्ता में बताया कि ओमप्रकाश के पिता जो कि अभी कुछ दिन पहले गुजर गए हैं, उन्होंने वीरू उर्फ वीरेंद्र यादव के साथ गाली गलौच की थी। और बताया गया है कि वीरू ने ओमप्रकाश गुप्ता से 10 हजार रुपया उधार मांगे थे जो कि ओमप्रकाश ने नही दिए उसकी बुराई को लेकर रात्रि के अंधेरे में वीरू ने बच्चे को घर के बाहर से उठाकर ले जाकर थाना के पीछे वाले कुँए में अबोध बच्चे को फेंक आया। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 363, 364, 302 के तहित कार्यवाहीकर आज न्यालय में पेश कर दिया है इस मामले में टीआई दिलीप पांडेय, उपनि. मनमोहन सिंह सिकरवार, चौकी प्रभारी चंद्रनगर, उपनि. मंजू घुसिया, सउपनि. आर के तिवारी, सउपनि.एम एल यादव, सउपनि.राजेश दुवेदी, प्रआ.यज्ञदत्त त्रिपाठी, आ.महेंद्र सिंह, आ संजय सिंह, आ प्रभात दुवे,आ अमित सिंह, मआ.स्वाति, सैनिक व्रजविहारी दुबे तथा एसडीओपी कार्यालय खजुराहो से आ.देवेंद्र तिवारी,आदि का सराहनीय कार्य रहा।