एनसीएल एवं रेल प्रबंधक से त्रस्त कोल ट्रांसपोर्टर18 सितंबर से हड़ताल पर
सिगरौली – नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड के कोयला ट्रांसपोर्टर अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर कल 18 सितंबर से कोल ट्रांसपोर्ट बंद कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि एन सी एल प्रबंधन की तानाशाही से हमारे मेहनत के पैसे को डैमेरेज का हवाला देकर पैसे को काट लिया जा रहा है जबकि विभिन्न परियोजनाओं से कोयला की ढुलाई कर रेलवे स्पर्स साइडिंग एक एवं दो और मोरवा मे गोरबी ब्लॉक बी एवं जयंत सेकोयले की ढुलाई की जा रही और झिगुरदा कृष्ण शिला बीना वार फॉल दूधिचुआ वार फाल से प्रतिदिन 7 से 8 रैक तक कोयले का डिस्पैच किया जाता है वही झिगुरदा से एक या दो बीना कृष्णशिला से 4 रैक एवं दुधीचुआ से 4 रैक कोयले का डिस्पैच होता है ट्रांसपोर्टरों का आरोप है की रेलवे द्वारा स्पर्श साइडिंग एक एवं दो मे 3 घंटे एक रैक लोड करने का समय दिया जाता है वही गुड साइडिंग पर 5 घंटे का समय दिया गया है अगर ट्रांसपोर्ट समय सीमा के अंदर रेक को लोड कर गंतव्य को नहीं भेजा जाता तो रेलवे ने एनसीएल से डायमेरेज चार्ज वसूल करता है और वही वसूले गए डायमेरेज चार्ज को एन सी एल द्वारा ट्रांसपोर्टरों से वसूल किया जा रहा है जिससे ट्रांसपोर्टरों का काफी नुकसान हो रहा हैजबकि रेक लोडिंग बिलम होने के कई कारण हैं जैसे क्षेत्र में रास्ते सही नहीं होना जगह.जगह जाम की स्थिति उत्पन्न होना साथ ही यार्ड में कोयले की प्रचुर मात्रा में उपलब्ध ना होना आदि कारणों से कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लेटलतीफी होने से समय पर रैक लोड नहीं होता जिससे रेल एवं एनसीएल प्रबंधन द्वारा ट्रांसपोर्टरों के ऊपर डायमेरेज चार्ज के रूप में कई कई लाख रुपए ठोक दिया जाता है जिससे ट्रांसपोर्टरों को भारी नुकसान हो रहा है इन सभी कारणों से तंग आकर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन सिंगरौली माइनिंग इंजीनियर एंड कैरियर एसोसिएशन के बैनर तले 18 सितंबर को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।इसकी लिखित जानकारी ट्रांसपोर्टरों में एनसीएल के सीएमडी डायरेक्टर के साथ साथ सभी परियोजनाओं के विभागाध्यक्ष को दिया है
सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिपोर्ट