ग्रामीण शिशु गृह के माध्यम से 75 गांव के 6 महीने से तीन साल तक के बच्चों को मिलेगा पोषक आहार एवं शिक्षा
एनसीएल ब्लॉक बी ने सीएसआर के तहत आवंटित की 128.86 लाख की धनराशि
भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटिड के ब्लॉक बी क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री हरीश दुहान एवं सीएमएचओ सिंगरौली डॉ आर पी पटेल ने सिंगरौली जिले में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिये एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं । इस अवसर पर कलेक्टर सिंगरौली श्री राजीव रंजन मीना भी उपस्थित रहे ।
प्रोजेक्ट फुलवारी के तहत सिंगरौली के चितरंगी ब्लॉक में 6 महीने से 3 साल तक के बच्चों को गांव के ही क्रेच में रखा जाए गा जहां पर बच्चों के पोषण के साथ ही उनकी शैक्षिक गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाएगा । इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सिंगरौली जिले में 75 गांव के बच्चे लाभान्वित होंगे ।
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत गाँव की ही एक महिला द्वारा क्रेच की देखभाल की जाएगी । यह क्रेच सप्ताह में 6 दिनों के लिए 7 घंटे तक संचालित होगा ।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यह है कि माताएं अपने बच्चों को केंद्र में छोड़कर अपनी आजीविका कमाने के लिए काम पर जा सकें।
प्रोजेक्ट फुलवारी एक गैर सरकारी संगठन जन स्वास्थ्य सहयोग (जेएसएस) के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा जिसकी शुरुआत एम्स, दिल्ली में प्रशिक्षित डॉक्टरों के समूह द्वारा की गई थी ।
यह संगठन पिछले 20 वर्षों से छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में आदिवासी समुदायों के साथ काम कर रहा है।
गौरतलब है कि जेएसएस अनूपपुर, म.प्र और बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में 175 फुलवारी केंद्रों का संचालन कर रहा है जिसमें प्रत्येक वर्ष 2000 से अधिक बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं ।
प्रोजेक्ट फुलवारी को सामाजिक निगमित दायित्व के अंतर्गत नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ,भोपाल की मदद से संचालित किया जाएगा ।