ग्राम पंचायतों की रेत खदानों का दोहन कर रहा प्रशासनिक अधिकारी राजनेता व रेत माफिया का गठजोड़
अजयगढ़ से संवाद न्यूज ब्यूरो जयराम पाठक की रिपोर्ट
अजयगढ= शासन प्रशासन की मंशा अनुसार आम नागरिकों को को सस्ती दर पर आसानी से रेत उपलब्ध कराने व ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने कुछ रेत खदानें ग्राम पंचायतों को सौंपी गई थी। ग्राम पंचायतों को सौंपी गई रेत खदानों में एक रेत खदान ग्राम पंचायत कतर्रा को भी सौंपी गई थी जिसमे जिले के राजनेता प्रशासनिक अधिकारी वर रेत माफिया का माफियाओं का गठजोड़ भारी पैमाने पर दैत्य कार प्रतिबंधित एलएनटी पोकलेन लिफ्टर व जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल करते हुए नदी की बहती धार से रेत निकालने के लिए नदी को तहस-नहस किया जा रहा है। नेता अधिकारी और रेत माफिया की मिलीभगत के कारण रेत के दाम आसमान छू रहे हैं और शासन प्रशासन की मंशा अनुसार ग्रामीणों को सस्ती दरों पर रेत नहीं मिल रही रेत के कई गुना दाम चुकाने की वजह से केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण पीएम आवास योजना शौचालय निर्माण ग्राम पंचायतों के सीसी रोड एवं शासकीय भवन निर्माण प्रभावित हो रहे हैं। अजयगढ क्षेत्र के उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसे ग्राम कटर्रा पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश की सड़कों का सहारा लेना पड़ता है। जिसका फायदा नेता अधिकारी और रेत माफिया माफिया का गठजोड़ उठा रहा है। क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति से अनजान उच्च स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने से पहले रेत के अवैध उत्खनन में लगी मशीनों को गांव में छिपा दिया जाता है। एनजीटी के नियमों का उल्लंघन कर रेत की लालच में नदियों के अस्तित्व को चौपट किया जा रहा है जिससे क्षेत्र का जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है और भविष्य में भारी जल संकट के रूप में समस्या खड़ी कर सकता है परंतु अवैध कमाई के लालच में नेता अधिकारी और रेत माफिया इस विनाशकारी कृत्य को अंजाम दे रहे हैं वही आश्चर्य चकित कर देने बाली बात सामने आ रही है कि पंचायत की रेत खदानों के नियम कानून व दिशा निर्देश की जानका up
री तहसील स्तर पर बैठे एसडीएम व जनपद सीईओ को नही है जब जिम्मेदार अधिकारी सस्ती रेत के बारे में अनजान है तब लोगो को पंचायत से मिलने बाली सस्ती रेत कैसे उपलब्ध होगी
सरपंच ने मोटी रकम लेकर माफिया को सौंपी रेत खदान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटर्रा ग्राम पंचायत के सरपंच को मोटी रकम का लालच देकर नेता अधिकारी और माफिया प्रतिबंधित मशीनों से नदी का दोहन कर रहे हैं अजयगढ़ के राजस्व व जनपद अधिकारियों व पुलिस को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्यवाही न किये जाना उनकी भागीदारी दर्शाती है। इसी प्रकार केन नदी के जिगनी घाट में भी प्रतिबंधित मशीनों से रेत का उत्खनन शुरू हो चुका है। अधिकारी नेता रक्षक ही भक्षक बन कर रेत माफिया के साथ मिलकर नदियों को चौपट करने पर तुले हैं जिसका अंजाम भविष्य में भारी जल संकट के रूप में क्षेत्रीय किसानों एवं आम नागरिकों के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है।
इनका कहना है
पंचायत की खदानें मेने नही दी है न ही मुझे इसके नियम मालूम है इसकी जानकारी जनपद पंचायत सीईओ को जानकारी होगी उनसे ही संपर्क करे
एसडीएम अजयगढ़ सुरेश कुमार गुप्ता
पंचायत की जो रेत खदान है उसके नियम कानून की जानकारी हमारे पास उपलब्ध नही कराई गई रेत खदानों का सीधा संबंध खनिज विभाग से है
जनपद सीईओ अजयगढ़ भगीरथ तिवारी