छतरपुर. पुलिस ने छतरपुर एसडीएम अनिल सकपाले को अपने कार्यालय में हमला और तोड़फोड़ कराने की साजिश के आरोप में हिरासत में लिया है। पुलिस का दावा है- भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर के साथ एसडीएम ने हमले की साजिश रची थी। पुलिस सूत्रों की माने तो दो प्राइवेट यूनिवर्सिटियों की व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता में एक को लाभ पहुंचाने के लिए यह साजिश रची गई है। पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो- छतरपुर में एसडीएम कार्यालय में हमले के आरोपी पुष्पेंद्र गौतम कृष्णा यूनिवर्सिटी के संचालक हैं। पुष्पेंद्र की खजुराहो यूनिवर्सिटी के संचालक अभय सिंह भदौरिया से व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता है। इसमें पुष्पेंद्र गौतम को लाभ पहुंचाने के लिए एसडीएम पर हमले की साजिश रची गई, जिससे अभय सिंह भदौरिया को फंसाया जा सके। कुछ दिन पहले भू-माफिया की कार्रवाई में अभय सिंह भदौरिया पर पुलिस ने केस भी दर्ज किया था।
एसडीएम का मोबाइल जांचा जा रहा
एएसपी जयराज कुबेर ने बताया- पुलिस एसडीएम सकपाले को उनके सरकारी आवास पर हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उनके मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले ने भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर, कृष्णा विश्वविद्यालय के डायरेक्टर पुष्पेंद्र गौतम, राजू उर्फ राजेंद्र बुंदेला, अर्जुन उर्फ संतोष श्रीवास और अमित परमार से मिलकर खुद पर साजिश रची थी। एडीएम ने ही पूरी योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिलाया है। हमले के दौरान हमलावर किसी भदौरिया का नाम लेकर चिल्ला रहे थे। पुलिस ने भदौरिया से पूछताछ की, लेकिन जांच में पता चला कि भदौरिया को ही फंसाने के लिए ऐसा किया गया था।
इन वजहों से हुआ शक
एसडीएम अनिल सकपाले उस दिन सुबह 9 बजे ही दफ़्तर पहुंच गए थे, जबकि ऑफिस टाइम सुबह 10 बजे का है। एसडीएम कार्यालय शहर के सबसे सुरक्षित और पॉश इलाके में है। पास में ही एसपी कार्यालय है। इसके बाद भी कैसे हमला हो गया। हमले के समय आरोपी भदौरिया का नाम चिल्ला रहे थे, पुलिस पूछताछ में पता चला कि उसे फंसाने के लिए उसका नाम ले रहे थे।
आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने किया था हमला
बुधवार को सुबह करीब आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने एसडीएम कार्यालय पर हमला कर दिया था। उन्होंने एसडीएम के कक्ष में तोड़फोड़ की थी। बंदूकें लहराईं, नेम प्लेट निकाली और कांच का गेट तोड़ दिया था। बाद में बदमाशों ने एसडीएम की गाड़ी के शीशे फोड़ दिए और हवाई फायर करके भाग गए। मामले में एसडीएम अनिल सपकाले ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। लेकिन इस मामले में एसडीएम को बदमाशों ने कोई चोट नहीं पहुंचाई थी। हमले के दौरान एसडीएम सपकाले दफ्तर में ही अपनी कुर्सी पर बैठे रहे थे और हमलावर वहां पर नहीं गए थे।