दस वर्षों से पन्नी के नीचे जीवन बिताने को मजबूर विधवा महिला,आज तक नही मिली कोई सरकारी सुविधा, मामला त्योंथर तहसील का,संवाद न्यूज उपसम्पादक शिवरतन नामदेव की रिपोर्ट
दस वर्ष से पन्नी तान कर रह रही है विधवा बेसहारा महिला
सरपंच और सचिव ने इन्हे नही समझा प्रधान मन्त्री आवास के काबिल
कटरा- सरपंच,सचिव और अधिकारी सरकार की योजनाओ को किस तरह से पलीता लगा रहे हैयह ग्रामीण क्षेत्रो मे जाने से पता चलता है।यह ममला है रीवा जिले के त्योथर तहसील अन्तर्गत ग्राम पचांयत जमुई कला का जहा पर एक विश्वकर्मा परिवार मुफलिसी की जिन्दगी जी रहा है मन्जु विश्वकर्मा जो एक विधवा महिला है,जिसका एक पुत्र था उसकी भी मृत्यु हो चुकी है सास बहु दोनो विधवा है इनके पास रहने का घर नही है,प्रत्यक्ष दर्शी ग्रामीणो ने बताया की ये दोनो विधवा और बेसहारा महिला केवल विधवा पेंशन के सहारे जीवन यापन कर रही है,विगत 5 वर्श से मन्जु विश्वकर्मा का घर गिरा हुआ है जो पन्नी तान कर रह रही है,बहु के हिस्से का भी एक कोठरी का घर जो गिरने ही वाला है,उसके भी खपरैल मे पन्नी तनी हुई है घर कभी भी गिर सकता है लेकिन सरंपच और सचिव ने इन्हे प्रधानमन्त्री आवास के काबिल नही समझा ग्रांम वासियो ने बताया की सरंपच श्री पुष्पेन्द्र पटेल,सचिव श्री उमाशकंर तिवारी,और रोजगार सहायक श्री पुष्पराज पटेल द्धारा ज्यादा तर धनिक वर्ग को ही प्रधानमन्त्री आवास का लाभ दिया गया है।सरकार की मंशा है कि हर गरीब के सर पर छत हो लेकिन यहॅा सब उल्टा हो रहा है घर अमीरो को मिल रहा है गरीब रो रहा है धरातल पर विकास को असली जामा पहनाने के लिए ही ग्राम पचांयतों का गठन किया गया था, पचांयती राज के माध्यम से गांव के विकास के लिए सत्ता का विकेन्द्री करण किया गया जिससे गांव का पूर्ण रुप से विकास हो सके,सरकारी योजनाओ के लाभ गांव के अन्तिम छोर पर बॅैठे गरीबो तक पहुचायॉ जा सके लेकिन देखने मे यह आया है कि सरकार द्धारा गरीबो के विकास के लिए दिये गये धन का जमकर दुरुपयोग हो रहा है। इसी परिवार मे एक और बुजुर्ग रामखेलावन विश्वकर्मा है जिनकी उम्र लगभग 76 वर्श है, इनकी भी आर्थिक स्थिति अत्यंन्त दयनीय है लेकिन सरंपच,सचिव द्धारा इनका नाम गरीबी रेखा मे नही जोडा गया है,जिस कारण से इन्हे वृद्धा पेंशन नही मिलती,इनका भी घर अन्त्यन्त जर्जर है कभी भी गिर सकता है बुजुर्ग रामखेलावन विश्वकर्मा और मन्जु विश्वकर्मा ने रोते हुए बताया कि चुनाव के समय सभी नेता आते है आश्वाशन देकर चले जाते है लेकिन आज तक हमारी मदद किसी ने नही किया गरीबो के लिए सरकारी योजनाओ से वचिंत यह विश्वकर्मा परिवार जिला प्रशासन से गोहार लगाया है कि हम इस धरती पर जिल्लत की जिन्दगी जी रहे है सरकार हमारी मदद करे।