देवतालाब के एैतिहासिक सावनमेले में प्रशासनिक उदासीनता से श्रद्धालु हो रहे परेशान
बड़ी संख्या मे पहुच रहे कांवडि़ये,चारों ओर गंदगी व अव्यवस्था का आलम
(देवतालाब-सुरेन्द्र कुसमाकर के साथ प्रमोद सिंह सेंगर की रिपोर्ट)
भगवान भोलेनाथ की पावन नगरी देवतालाब मे इन दिनो सावन का मेला चल रहा है जिसमे देश के कोने-कोने से हजारों की तादात मे श्रद्धालुगण प्रतिदिन देवतालाब पहुचकर शिव जी को जल चढ़ा रहे हैं । विदित हो कि विन्ध्य का इकलौता एैतिहासिक पावन र्तीथ स्थल देवतालाब भूत भावन भेले नाथ के अद्भुत चमत्कारों एवंज न आस्था से ओत प्रोत है लिहाजा इस पावन शिवालय मे आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ मे काफी इजाफा देखा जा रहा है। प्रत्येक वर्ष में सावन के महीने मे यहां एक माह का विशाल मेला रहता है जिसमें बाबा बैद्यनाथ धाम,काशी विश्वनाथ धाम एवं प्रयागराज से कांवडि़ये जल ला कर देवतालाब शिव जी को अर्पित करते हैं इतना ही नही प्रतिदिन जिन लोगो की मनोकामना भगवान शिव जी की कृपा से पूरी होती है उनके द्वारा यहॉ कथा,गठबंधन एवं रुद्राभिषेक आदि बड़ी संख्या मे कराया जाता है । उक्त मंदिर मे चढ़ोत्री से लेकर कथा,मुण्डन,गठबंधन,मानस र्कीतन एवं अन्य माध्यमों से लाखों रुपये की होने वाली आमदनी के द्वारा ही यहॉ की व्यवस्था सुचारु बनाने के मकसद से प्रदेश सरकार के धर्माथ विभाग मे बनाये गसे प्रावधानों के आधार पर कलेक्टर रीवा द्वारा एस0डी0एम0 मऊगंज की अध्यक्षता मे प्रबंध समिति शिवमंदिर का गठन किया था जिसमें सचिव नायब तहसीलदार देवतालाब को बनाया गया है परन्तु प्रबंध समिति के पदेन अध्यक्ष की निष्क्रियता के चलते वर्तमान पदस्थ नायब तहसीलदार द्वारा अपनीं स्वेच्छाचरिता के साथ मंदिर परिसर की व्यवस्था को संचालित किया जा रहा है जिसमें प्रबंध समिति के दर्जन भर सदस्यों को दरकिनार कर केवल पैसा वसूलने का काम किया जा रहा है। जबकी सर्व विदित है कि देवतालाब का पावन शिवालय विन्ध्य के लाखों लोगो के आस्था का केन्द्र बिन्दु है जहा आकर लोग अपने दुखो व परेशानियों से मुक्ति प्राप्त करते है। यहा सावन मेले के दौरान बड़ी संख्या मे बाहर से आने वाले यात्रीगण रात मे रुकते भी हैं परन्तु जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा यात्रियों को पेयजल व्यवस्था,साफ सफाई आदि किसर प्रकार की सुविधा नही उपलब्ध कराई गई है जिससे आमजन की आस्था पर व्यपक असर तो पड़ता ही है साथ ही देवतालाब क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के कार्यषैली पर भी प्रश्न चिन्ह अंकित होता है जबकी स्थानीय विधायक प्रबंध समिति मे पदेन सदस्य है फिर भी देवतालाब शिवालय मे बदहाली का यह आलम इस पावन र्तीथस्थल के र्दुभाग्य की कहानी को इतिहास बनाने मे आमादा है। बहरहाल व्यवस्था या अव्यवस्था जो भी हो आस्था इन सबसे ऊपर है लिहाजा यही कारण है कि तमाम अव्यवस्थाओ के बावजूद भी देवतालाब मे आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या मे निरन्तर इजाफा देखा जा रहा है।
नही हुआ एकभी दिन चॉदी का विशेष श्रृंगार
प्राचीन समय से ही देवतालाब के भूतभावन भोलेनाथ का दिव्य चॉदी का श्रृंगार जो विशेष त्योहारों एवं सावन के प्रत्येक सोमवार आदि को किया जाकर श्रद्धालुओं के दर्शन को उपलब्ध कराया जाता था वह लगभग कई वर्षों से नही हो रहा है जबकी सर्व विदित है कि कई किलोग्राम चॉदी से बनी यह श्रृंगार सामग्री समीपी ग्राम रघुनाथगंज के एक सोनीं द्वारा भगवान शिव को अर्पित की गई थी परन्तु यह सामग्री मऊगंज नजारत कक्ष मे पड़ी धूल खा रही है एवं लगातार मंदिर मे श्रृंगार हेतु नही आने पर जनता द्वारा उक्त सामग्री के सुरक्षित होने पर भी प्रश्न चिन्ह उठाऐ जा रहे हैं
नारियल तोड़ने के लगते हैं 10 रुपये
देवतालाब मे देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धलुगण अपने घर परसाद ले जाने के मकसद से 20 का नारियल खरीद कर भगवान शिव को अर्पित कर यदि स्वयं तोड़ते हैं तो उहे नही तोड़ने दिया जाता है बल्कि मंदिर परिसर मे कुछ अनाधिकृत लोगों द्वारा 10 रुपये ले कर नारियल तोड़ने का काम कयि जाता है एैसी स्थिती मे जिनके पास नारियल तुड़वाई देने के लिये 10 रुपये नहीं बचते है तो या तो उनका नारियल जप्त कर लिया जाता है या फिर उनको नारियल नही तोड़ने दिया जाताहै जबकी इस तरह का कोई प्रवधान नही है यह आमजनता की आस्था के साथ एक तरह की मनमानी है।
मंदिर मे नही है किसी सरकारी कर्मचारी की तैनाती
हमेशा मेले मे मंदिर की चढ़ोत्री संग्रहीत करनें एवं रसीद काटने व अन्य व्यवस्थाओं के लिये राजस्व विभाग द्वारा पटवारियों एवं कोटवारों की तैनाती की जाती थी परन्तु यह पहला अवसर है जब इस विसाल मेले मे एक भी कर्मचारी की तैनाती नही की गई तो यह सब कार्य किसके निगरानी में कौन कर रहा है यह जॉच का विषय है।
पुलिस को खाना देने के नाम पर दुकानदारो से अवैध वसूली
मेले के दौरान हमेशा शिवकुण्ड परिसर यात्रियों एवं मानस र्कीतन वालो के लिये व्यवस्थित कियाजाता रहा है जबकी इस सावन के मेले मे पूरे शिवकुण्ड परिसर मे प्रबंध समिति के सचिव व नायब तहसीलदार देवतालाब द्वारा दुकाने लगवा दी गई है एवं उनसे दो से तीन हजार रुपये लिये जा रहे है और बताया जा रहा है कि मेला व्यवस्था मे आने वाली र्फोस को इस पैसे से खाना की व्यवस्था की जा रही है जबकी प्रतिदिन कितने पुलिस वाले खाना खा रहे है कितना पैसा वसूला गया इसका कोई हिसाब व कानून नही है।
समाज सेवियो व कांग्रेस नेताओं ने किया औचक निरीक्षण,जताई नाराजगी
देवतालाब मंदिर परिसर मे व्यवाप्त अव्यवस्था एवं गंदगी को लेकर विगत दिनो स्थानीय समाज सेवियों व कांग्रेस नेताओं द्वारा शिवमंदिर परिसर का पूरी बारीकी के साथ निरीक्षण किया गया जिसमें उपरोक्त बाते पूरी तरह सही साबित हुई जिस नेताद्वय ने काफी नाराजगी जताते हुऐ पूरे मामले को रीवा के प्रभारी मंत्री महोदय के समक्ष प्रस्तुत करनें का र्निणय लिया।
शिवमंदिर परिसर मे अव्यवस्था एवं गंदगी पूरे चरम पर है-आर0बी0शर्मा
सेवा निवृत डी0एस0पी0 एवं किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामबहादुर षर्मा ने शिवमंदिर परिसर का निरीक्षण करके अपने वक्तब्य मे कहा कि इतने पावन र्तीथ स्थल मे इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकत हमारे प्रशासन तंत्र की उदासीनता को जाहिर करती है जिसकी पूरी जांच की जाकर दण्डात्मक कार्यवाही की जानी चाहिये इस मामले को रीवा के प्रभारी मंत्री महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया जावेगा।
प्रबंध समिति की बैठक न होना निंदनीय- संतोष समदरिया
क्षेत्र के वरिष्ठ समाज सेवी एवं कांग्रेस नेता डा0 संतोष समदरिया ने मंदिर परिसर मे बदहाली का आलम देखते हुये आक्रोष व्यक्त किया एवं रामबहादुर शर्मा के द्वारा प्रभारी मंत्री को मामले से अवगत कराने का सर्मथन किया साथ ही सीघ्र मंदिर परिसर की व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही डा0 समदरिया ने कहा कि उन्होने स्वयं शिवकुण्ड परिसर मे लगी दुकान के दुकानदारों से जानकारी प्राप्त की जिसमे नायब तहसीलदार द्वारा पैसे लिये जाने की बात सामने आई है जो निन्दनीय है।
मंदिर परिसर की व्यवस्था मे सुधार होना चाहिये-देवा भारती
कांग्रेस कमेटी के जिला कार्यसमिति सदस्य एवं युवा समाजसेवी भगवान दास देवा भारती ने कहा कि पहली बार देवतालाब के मंदिर परिसर मे इस तरह की मनमानी एवं बदइंतजामी देखने को मिल रही है साथ ही पूरा सावन का मेला बीतने वाला है परन्तु प्रबंध समिति के अध्यक्ष एक दिन भी मंदिर नही आऐ जिससे मनमानी करने वालों को कही न कही प्रोत्साहन मिला है प्रषासनिक अधिकारियों की उदासीनता चिंता की बात है इस पर कार्यवाही होनी चाहिये
प्रशासनिक उदासीनता के कारण श्रद्धालु होरहे परेशान-आनन्द सिंह
ब्लाक कांग्रेस कमेटी देवतालाब के अध्यक्ष आनन्द सिंह(गनिगवां) भी निरीक्षण दल के साथ रहे जिन्होंने पूरे परिसर का निरक्षण करने के बसद कहा कि देवतालाब के इस एैतिहासिक शिवमंदिर मे इतनी अव्यवस्था पहली बार देखने को मिली है जो कही न कही प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता एवं मनमानी को दर्शाता है जिसका खामियाजा बाहर से आने वाले र्तीथयात्रियों को भुगतना पड़ रहा है,यहॉ पानी सफाई अदि की व्यवस्था पूरी तरह निंदनीय है जिस पर माननीय प्रभारी मंत्री महोदय से आवश्यक कार्यवही की बात होना आवश्यक है।