आर्थिक भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया है।
नगर परिषद पटेरा मे स्वच्छ भारत अभियान योजना के अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण कार्य मै फर्जीबाडा कर आर्थिक भ्रष्टाचार का आरोप के द्वारा नगर परिषद पटेरा पर योजना के लाभार्थीओ के नाम फर्जीबाडा कर उस राशी का गबन किए जाने के आरोप लगाए गए थे।
स्वच्छ भारत अभियान योजना के अंतर्गत हितग्रहीयो के नाम
फर्जी सत्यापन कर युक्त शौचालय निर्माण की राशी का गवन कर आर्थिक भ्रष्टाचार किया गया है गौरतलब बात यह है की योजना के लाभार्थीओ को इस बात की भनकतक नही है की उनके नाम पर शौचालय निर्माण कार्य की नगर परिषद पटेरा द्वारा ठेकेदार के लिए साठगांठ कर भुगतान कर दिया गया है।
आरोप और उसके सत्यापन वावत नगरपरिषद पटेरा सीएमओ शैलेन्द्र चौहान द्वारा संबंधित हितग्रही हीरालाल / पिता सरजू रजक वार्ड नंबर (7) के निवास पर उपयंत्री अशोक शाह की उपस्थित मैनिर्मित शौचालय का निरिक्षण करने गए थे।निरिक्षण उपरांत हितग्रहीके आवास पर निर्मित शौचालय नही पाया गया
जिसका पंचनामा भी कार्रवाई हेतु तैयार किया गया
गौरतलब है कि नगर परिषद पटेरा सोच मुक्त नगर परिषद (ओडीएफ) घोषित किया गया है हितग्रही हीरालाल परिवार सहित खुले मै शौच करने आज भी मजबूर है
बावजूद इसके नगर परिषद पटेरा मै पदस्थ उपयंत्री अशोक शाह द्वारा हीरालाल रजक फर्जी सत्यापन किया गया और ठेकेदार डीएन इंफ्रा दमोह के लिए नगर परिषद पटेरा द्वारा स्वच्छ शौचालय निर्माण कार्य की राशी का भुगतान कर दिया गया था
नगर परिषद पटेरा मै पदस्थ उपयंत्री अशोक शाह किये गये फर्जी सत्यापन परिपेक्ष्य मै नीतेश बडकुल महामंत्री जिला कांग्रेस दमोह के बीच बहसबाजी हुई।और उनके द्वारा स्वच्छ भारत अभियान योजना मै हुए फर्जीवाड़ा के सत्यापित दस्तावेज दिखाते हुए।गम्भीर आरोप लगाए गए।
साठगांठ से बहुत से हितग्रहीयो के नाम फर्जी सत्यापन कर भुगतान कराने के आर्थिक भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि बहुत हितग्रहीयो को यह तक पता नही की उनके नाम पर शौचालय निर्माण कार्य कराए गए है। और उनके नाम पर राशी का भुगतान की गई है।भ्रष्टाचार की हद तो यह है की नगर परिषद पटेरा द्वारा
एक ही योजना का एक ही हितग्रही के नाम दो बार लाभ दिया गया है।जिन हितग्रहियो के नाम 1390/की शौचालय निर्माण सूची के लाभार्थीओ की सूची मै थे। उन्ही लाभार्थीओ के नाम 156/की शौचालय निर्माण के लाभार्थी राजेश पिता रामशंकर चौवे,सौरब पिता सुंदर विश्वकर्मा गौरव पिता सुंदर विश्वकर्मा के नाम समाहित है गौरतलब बात यह है कि उपयंत्री अशोक शाह द्वारा उसका फर्जी सत्यापन कर ठेकेदार को भुगतान किया गया है
अगर नगर परिषद पटेरा मै स्वच्छ भाँरत अभियान योजना के अंतर्गत निर्मित शौचालयो का भौतिक सत्यापन किया जाए तो
योजना के नाम पर फर्जीबाडा कर भ्रष्टाचार
की कई परते खुल सकती है