सरकोहा स्थित रानीपुर खदान में मिला है 10.69 कैरेट वजन का उज्जवल हीरा
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से फिर एक 10.69 कैरेट वजन का बेशकीमती हीरा मिला है। उज्जवल किस्म ( जेम क्वालिटी ) वाला यह नायाब हीरा धाम मोहल्ला पन्ना निवासी अनंदीलाल कुशवाहा व उसके साझीदार साथियों को मिला है। अपने साथियों के साथ मजदूर अनंदीलाल रानीपुर स्थित खदान में विगत 6 माह से हीरा खोज रहा था। मंगलवार को जब उसे कंकड़ पत्थरों के बीच 10.69 कैरेट वजन का चमकदार बड़ा हीरा मिला तो वह खुशी से झूम उठा। अनंदीलाल और उसके साथियों ने नवीन कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय पहुंचकर इस बेशकीमती हीरा को जमा करा दिया है। इस हीरा को देखने के लिये पन्ना के हीरा कार्यालय में आज मीडियाकर्मियों सहित आम लोगों की भी भीड़ लगी रही। हीरा पारखियों द्वारा 10.69 कैरेट के इस हीरे की अनुमानित कीमत 5 लाख रुपये प्रति कैरेट से अधिक आंकी है, इस लिहाज से हीरे की कीमत लगभग 50 लाख रुपये बताई जा रही है। हीरा जमा करने के बाद अनंदीलाल और उसके साथियों ने कहा कि हीरा के रूप में उन्हें धरती माता का आशीर्वाद मिला है।
गौरतलब है कि पलक झपकते ही रंक से राजा बनने का चमत्कार यदि कहीं घटित होता है तो वह रत्नगर्भा पन्ना जिले की धरती है। इस धरती की यह खूबी है कि अचानक ही यहां पर कब किसकी किस्मत चमक जाये कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ 21 जुलाई मंगलवार की सुबह पन्ना शहर के निवासी अनंदीलाल कुशवाहा व उसके अन्य 8 साथियों की जिन्दगी में घटित हुआ है। सरकोहा क्षेत्र के रानीपुर स्थित निजी भूमि वाली इस हीरा खदान के मुख्य साझीदार शिवकुमार उर्फ़ पप्पू यादव ने बताया कि जैसे ही खदान में उन्हें हीरा मिला, हम सब लोग हीरा लेकर सीधे हीरा कार्यालय आ गये। हीरा अधिकारी आर. के. पाण्डेय ने बताया कि लंबे समय बाद यह बड़ा हीरा मिला है, जिसे विधिवत जमा करा दिया गया है। अब इसको नीलामी में रखा जाएगा और जो भी कीमत मिलेगी रॉयल्टी और टैक्स काटकर संपूर्ण राशि मजदूर को दी जायेगी। रानीपुर की खदान में आनंदीलाल ने हीरा खदान लगा रखी थी, इससे पहले एक रेज भी जमा की थी और आज हीरा मिला है जो विधिवत जमा कर लिया गया है।