मऊगंज पुलिस को मिली बड़ी सफलता,24 घंटे के अंदर अंधी हत्या के आरोपी गिरफ्तार, मामले का हुआ खुलासा, मऊगंज से संवाद न्यूज ब्यूरो प्रमोद सिंह सेंगर की रिर्पोट

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दिनांक 3/4/20 को सुबह करीब 10.00 बजे पुलिस को सूचना मिली की ग्राम नरैनी पहाड़ के पास बाँध किनारे एक महिला का शव मिला है उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुची मौके पर नायब तहसीलदार श्री अनुराग त्रिपाठी , एफ.एस.एल प्रभारी रीवा, एस.डी.ओ.पी मऊगंज, एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज भी मौके पर पहुचे अज्ञात महिला के गले मे साड़ी से गाँठ लगाकर गला घोटना प्रथम दृष्टया प्रतीत हुआ तथा पहचान छुपाने के उद्देश्य से महिला के सीना व कमर के हिस्से को जला दिया गया था मौके पर देहाती मर्ग व देहाती नालसी लेखबद्ध की जाकर पंचनामा कार्यवाही की गई एवं शव को पी.एम. हेतु भेजा गया । पुलिस अधीक्षक रीवा श्री आबिद खान के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज श्री गोपाल खाण्डेल व एस.डी.ओ. पी. मऊगंज श्री शैलेन्द्र शर्मा के मार्ग निर्देशन मे प्रकरण की अग्रिम विवेचना की गई दौराने विवेचना पाया गया कि ग्राम पाड़र मे कुछ ग्रामीणो ने दिनांक 2/4/20 के शाम करीब 7.30 बजे पाड़र के आगे एक महिला व एक आदमी को देखा था तथा पूछताछ भी की थी जिसमे आदमी ने ग्राम कनकेसरा का होना बताया था तथा इसी दौरान ग्रामवासी ने एक छोटा सा वीडियो भी पूछताछ के दौरान का बनाया था । यही ग्रामवासी जब दिनांक 3/4/20 को शव के पास मौके पर आये तो उन्होने उस महिला को देखकर पहचान लिया व बताया कि पिछली रात जो महिला और आदमी मिले थे और जो शव मिला है वह शव उसी महिला का है ।
बाद मे ग्राम कनकेशरा जाकर मृतिका व सन्देही के फोटो वीडियो ग्रामवासी को दिखाये गये तो किसी भी व्यक्ति द्वारा महिला को नही पहचाना गया किन्तु वीडियो मे जिस व्यक्ति का चेहरा था उसे देखकर ग्राम वासियो ने बताया कि यह चेहरा जितेन्द्र पटेल नामक लडके से मिलता है तथा ग्राम फरहदा तरफ का रहने बाला है अतः सन्देही जितेन्द्र पटेल की तलास पतासाजी ग्राम फरहदा मे की गई जो घर पर नही मिला तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली की जितेन्द्र पटेल ग्राम खैरा मे देवी मन्दिर के पास छुपा हुआ है जिसकी पुलिस द्वारा घेराबन्दी कर पकड़ा नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम जितेन्द्र पिता रंगलाल पटेल निवासी फरहदा का होना बताया जिससे घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ करने पर घटना घटित करने से इन्कार किया और जब जितेन्द्र पटेल को मृतिका की फोटो व उसका वीडियो दिखाया गया और हिकमत अमली से पूछताछ की गई तो उसने बताया की उसने ही उस महिला को अपनी मौसी संगीता पटेल के कहने पर ले जाकर गला घोटकर मारा है । संगीता पटेल को मनगवा से दस्तयाब किया गया जिससे पूछताछ करने पर बताई की उसका पति करीब 10 वर्ष खत्म हो गया था और बाद मे वह मनगवा मे किराये से रहने लगी वही साथी किरायेदार गोविन्द यादव से उसका सम्बन्ध हो गया बाद गोविन्द यादव उसे रख लिया तथा संगीता पटेल गोविन्द को अपने साथ ससुराल ग्राम गोरगाँव थाना रायपुर कर्चु. ले जाती रही इसी बीच गोबिन्द यादव का सम्पर्क संगीता की भतीजी सविता पटेल से हो गया तथा सविता पटेल की शादी को करीब 13-14 व र्ष हो गये थे और बच्चे नही हो रहे थे पिछले वर्ष सविता अपने पति के पास पूना रह रही थी वही से गोविन्द यादव सविता को अपने साथ ले आया था और मनगवा मे अलग किराये के कमरा लेकर रख लिया था इस बात का पता जब संगीता पटेल को चला तो उसने विरोध किया तो गोबिन्द का कहना था कि मै दोनो को रखूगा किन्तु संगीता पटेल का कहना था की चाची -भतीजी एक साथ कैसे रहेगे किन्तु गोबिन्द यादव संगीता को छोड़ने का कहने लगा जिस बात संगीता खफा हो गई और संगीता ने अपनी बड़ी बहन के लडके जितेन्द्र पटेल को सारी बाते बताए और उससे कहा की सविता पटेल को रास्ते से हटा दो ताकि गोबिन्द केवल मुझे ही रखे इसी तारतम्य मे दिनांक 2/4/20 को संगीता ने जितेन्द्र को फोन से बुलाया जो कि 3 बजे उसके घर मनगवा पहुचा । संगीता ने सविता को कहा कि तुम्हारे बच्चे नही हो रहे है तुम्हे ग्राम खीरी सेहुआ से झड़वाकर बीरा दिलबा देते है जिससे तुम्हारे बच्चे होने लगेगे । फिर संगीता ,जितेन्द्र, सविता तीनो जितेन्द्र की मोटर सायकल से शाम करीबन 7.30 बजे ग्राम पाड़र पहुचे जहा संगीता उतर गई और जितेन्द्र को बोली की इसे ले जाए तो वह सविता को जंगल तरफ ले जा रहा था कि तभी रास्ते मे गाड़ी बन्द हो तभी पाड़र गाँव के ग्रामवासी उससे पूछताछ करने लगे और वीडियो बी बनाये फिर जितेन्द्र नरैनी पहाड़ के बाँध किनारे लेजाकर सविता साड़ी गलाघोटकर हत्या किया और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से उसके कपड़ो मे आग लगा दिया और वापसी पर पाड़र से अपनी मौसी संगीता को लेकर उसके घर छोड़ दिया ।
मृतिका के परिजन की पतासाजी कर उनसे मृतिका की शिनाख्त करवाई गई जिसके पिता राजबहादुर पटेल निवासी गोरगावँ द्वारा मृतिका को अपनी पुत्री सविता पटेल होना बताया । इस प्रकार इस अंधी हत्या का खुलाशा मऊगंज पुलिस द्वारा 24 घण्टे के अन्दर घटना का खुलाशा कर गिरफ्तार कर लिया ।
मऊगंज पुलिस टीम के निरीक्षक के.एस. बघेल, उ.नि धर्मेन्द्र वर्मा स.उ.नि. आर.पी सिंह नागर आर 383 अनिल कुमार विश्वकर्मा, आर. 1163 शिवकुमार दुबे आर 275 राजेन्द्र सिंह पटेल आर 192 कन्हैया पटेल आर 71 पवन मेड़ा,आर.1193 अवनीश पाण्डेय के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया जिस हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय रीवा द्वारा नगद पुरुष्कृत करने की घोषणा की गई है ।

प्रमोद सिंह सेंगर,ब्यूरो संवाद न्यूज मऊगंज

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