नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के संन्यास लेने के कुछ ही मिनटों के बाद उन्होंने भी इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए फैंस को दी। रविवार को उन्होंने आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को भी अपने संन्यास की जानकारी दी।
13 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय रहने के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना ने संन्यास की घोषणा की। यह फैसला धौनी के संन्यास के तुरंत बाद आया जिसने सभी को चौंका दिया। पूर्व कप्तान के क्रिकेट को अलविदा कहने की खबर को बीसीसीआई ने आधिकारिक कर दिया था लेकिन रैना पर कोई जानकारी नहीं दी थी।
रविवार को बोर्ड ने इसकी आधिकारिक घोषणा की।
बीसीसीआई ने लिखा, “रविवार को बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज सुरेश रैना ने आधिकारिक रूप से बीसीसीआई को अपने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले के बारे में जानकारी दी। एक वर्ल्ड क्लास फील्डर और उपयोगी गेंदबाज रैना ने 13 साल के करियर में भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 इंटरनेशनल मुकाबला खेला।”
साल 2011 में विश्व कप विजेता टीम के वह सदस्य रहे, रैना ने महज 18 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था और 23 साल की उम्र में उन्होंने भारत के वनडे और टी20 टीम की कप्तानी की। टी20 पुरुष टीम के कप्तान बनने वाले वह सबसे युवा खिलाड़ी रहे और उन्होंने भारत के सबसे पहले टी20 मुकाबले में भी खेला। रैना टी20 विश्व कप में शतक बनाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज हैं।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, “सुरेश रैना भारतीय टीम के लिमिटेड फर्मेट के एक बेहद ही अहम खिलाड़ी रहे हैं। नीचले क्रम में जाकर बल्लेबाज करते हुए मैच जिताउ पारी खेलने के लिए कला और प्रतिभा की जरूरत होती है। उन्होंने युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धौनी के साथ मिलकर वनडे में भारत मिडिल आर्डर को मजबूती दी। मैं उनको और उनके परिवार को शुभकामनाएं देता हूं।”