सिंगरौली(संवाद news)
शनिवार को मोरवा अस्पताल तिराहा से डीबीएल कंपनी के श्रमिको को लेकर निगाही माइन जा रही बस का शुक्ला मोड़ के पास ब्रेक फेल हो जाने से चार लोग बस से कूद गये। जिसमें दो लोगो की मौत हो गयी तथा घायल दो लोगो को उपचार हेतू नेहरू चिकित्सालय जयंत में भर्ती कराया गया है। जबकि बस में करीब 3 दर्जन श्रमिक सवार थे। कंपनी प्रबंधन द्वारा मृतक के परिजनो को 15-15 लाख मुआवला एवं 50-50 हजार अन्तिम संस्कार के लिए दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनसीएल के निगाही परियोजना में ओबी हटाव का कार्य कर रही डीबीएल कंपनी के सेकण्ड शिप्ट के श्रमिको का रोजाना की तरह शनिवार को शिप्ट बस अस्पताल तिराहा से दोपहर में 12 बजे करीब तीन दर्जन श्रमिको को लेकर निगाही माइन के लिए रवाना हुई शुक्ला मोड़ के समीप बस खड़ी कर झारखंडे मन्दिर दर्शन कर बस को स्टार्ट करते ही ब्रेक फेल होने से अफरा तफरी के माहौल में चार लोग बस से कूद गये। जिसमें अशोक कुमार गुप्ता पिता रामाधर गुप्ता 30 वर्ष निवासी चटका चन्द्रपुर की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि फीदा हुसैन पिता साहीर 40 वर्ष निवसी मेन रोड सिंगरौली को गंभीर चोट आने वर केन्द्रीय चिकित्सालय सिंगरौली में प्राथमिक उपचार करने के बाद नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत रेफर कर दिया गया। एनएससी में चिकित्सको ने हालत गंभीर देख वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। वाराणसी जाते समय रास्ते में रेनूकुट पहचते ही दम तोड़ दिया। वही संतोष कुमार पिता वैजनाथ शर्मा 28 वर्ष निवासी सर्किट हाउस रोड एवं राहुल कुमार साकेत पिता राम लाल साकेत 24 वर्ष निवासी चटका चन्द्र पुर का नेहरू चिकित्सालय जयंत में उपचार चल रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद मोरवा थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह परिहार दल बल के साथ पहुंचकर घायलो को उपचार हेतू केन्द्रीय चिकित्साय पहुंचाया गया। वही मर्ग कायम करने के बाद फरार शिफ्ट बस के चालक के विरूद्व धारा 279, 337, 304(ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बताया गया है कि शिप्ट बस का चालक छुटटी पर होने से घटना के दिन नया बस चालक था।
मृतक के परिजनो को साढ़े 15 लाख मुआवजा
डीबीएल कंपनी के एचआर अक्लीम खान ने बताया कि बस दुर्घटना में मृतक अशोक कुमार गुप्ता पिता रामाधर गुप्ता 30 वर्ष निवासी चटका चन्द्रपुर फीदा हुसैन पिता साहीर 40 वर्ष निवसी मेन रोड सिंगरौली के परिजनो को 15-15 लाख मुआवजा एवं 50-50 हजार अंतिम दाह संस्कार के लिए दिया गया। इस मौके पर पुलिस प्रशासन के साथ ही एनसीएल के श्रमिक संगठनो में इंटक के महामंत्री बीरेन्द्र सिंह बिष्ट सहित कई श्रमिक संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।
बस पलटी नही लेकिन दहशत से श्रमिक कूदे
बताया गया है कि रोजाना की तरह दोपहर 12 बजे सेकण्ड शिप्ट लेकर जा रही बस का शुक्ला मोड़ पर ब्रेक फेल होने से बस पीछे जाने से दहशत में आकर चार श्रमिक कूद गये जिसमें से दो की मौत हो गयी। वही दो घायलो का उपचार नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत में चल रहा थ। जबकि बस करीब तीन दर्जन लोग सवार थे। वही अन्य श्रमिको की माने तो चलाक अपनी सूझ बूझ से बस को पलटने से बचा लिया।
सर्वे आफ बसो का हो रहा संचालन
एनसीएल के केन्द्रीय चिकत्सालय सिंगरौली में एकत्रित श्रमिक नेताओ ने ओबी कंपनियों में सर्वे आफ बस का संचालन करने का आरोप लगाया है। बताया गया है कि बस की फीटनेस सही होने पर ठोक पीट कर किसी तरह बसो में श्रमिको को भरकर ढ़ोया जा रहा है।