चिकित्सा जगत में राष्ट्रीय स्तर पर डॉ॰ पंकज ने बढ़ाया एनसीएल का मान,सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिर्पोट

चिकित्सा जगत में राष्ट्रीय स्तर पर डॉ॰ पंकज ने बढ़ाया एनसीएल का मान,सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिर्पोट सिंगरौली-कोलकाता में आयोजित राष्ट्रीय एनेस्थीसिया अधिवेशन में दिया व्याख्यान नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ;एनसीएलद्ध के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय ;एनएससीद्ध के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ॰ पंकज कुमार ने देश के जाने.माने चिकित्सा विशेषज्ञों के बीच एनेस्थीसिया ;निश्चेतना विज्ञानद्ध पर अपना व्याख्यान देकर कंपनी का मान बढ़ाया है। डॉ॰ पंकज ने इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थीसियाष् द्वारा कोलकाता में गत 25 से 29 नवंबर तक आयोजित राष्ट्रीय वार्षिक एनीस्थीसिया सम्मेलन में इंफेक्शियस डिज़ीज़ एंड रिस्क ऑफ केयर गिवरष् विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ॰ पंकज के व्याख्यान का विषय क्रिटिकल केयर के छः सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है।अपने व्याख्यान में डॉ॰ पंकज ने विभिन्न बीमारियों के मरीजों ;जो अपनी बीमारियों के इलाज हेतु अस्पताल एवं क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती किए जाते हैंद्ध के इलाज में अपनाई जाने वाली विभिन्न प्रक्रियाओं में शामिल होने वाले चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ को होने वाले किसी भी संभावित संक्रामण से बचाने के तरीकों पर विस्तृत चर्चा कीए जिसे देश के जाने.माने निश्चेतन एवं क्रिटिकल केयर विज्ञान विशेषज्ञों ने खूब सराहा। सम्मेलन में दिया गया डॉ॰ पंकज का व्याख्यान एक शोध पत्र के रूप में निश्चेतना विज्ञान के जाने.माने मेडिकल जर्नल एनीस्थीसिया अपडेटष् में प्रकाशन हेतु शामिल किया गया है। सम्मेलन में शामिल होने वाले सिर्फ 53 विशेषज्ञों के शोध पत्र एनीस्थीसिया अपडेट में प्रकाशन हेतु चुने गए हैं। मध्य प्रदेश से डॉ॰ पंकज सहित सिर्फ 3 चिकित्सकों और कोल इंडिया से एकमात्र डॉ॰ पंकज का शोध पत्र ष्एनीस्थीसिया अपडेटष् में प्रकाशन हेतु चुना गया है। लगभग 25 वर्ष का चिकित्सा अनुभव रखने वाले डॉ॰ पंकज ने 1992 में दरभंगा मेडिकल कॉलेजए दरभंगा से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद डॉ॰ पंकज ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज से ही 1998 में एनेस्थीसिया में एमडी किया। 1998 में ही उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड में बतौर चिकित्सक अपनी सेवाएं देनी शुरू की और उसी वर्ष उनकी नियुक्ति एनसीएल के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में हुई। वर्ष 2006 में डॉ॰ पंकज ने ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटीए दरभंगा से पेन मैनेजमेंट ;दर्द प्रबंधनद्ध में पीएचडी की। 2009 में डॉ॰ पंकज को चिकित्सा विज्ञान की जानी.मानी शैक्षणिक संस्था मे डावर्सिटीए हैदराबाद से क्रिटिकल केयर मेडिसिन में फैलोशिप मिली। डॉ॰ पंकज एनेस्थीसिया पर आयोजित होने वाले क्षेत्रीयए राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न सम्मेलनों में नियमित तौर पर बतौर फ़ैकल्टी बुलाए जाते हैंए जिनमें वह लगभग 20 शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। उनके 5 शोध पत्र कई जाने.माने मेडिकल जर्नल में छप चुके हैं। डॉ॰ पंकज को एनेस्थीसिया में उनके शानदार काम के लिए कोल इंडिया स्तर पर अनेक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। कोल इंडिया मेडिकल कॉन्फ्रेंस में डॉ॰ पंकज को चार बार बेस्ट पेपर अवॉर्ड प्राप्त हो चुका है। साथ हीए कोल इंडिया स्तर पर उन्हें एक.एक बार स्पेशल अवॉर्ड फॉर मेडिसिन और धन्वंतरि अवॉर्ड जैसे पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। डॉ॰ पंकज ने एनसीएल के एनएससी अस्पताल में पेन ;दर्दद्ध निवारण क्लीनिक की स्थापना की है। उन्होंने इस वर्ष जनवरी में एनसीएल के निगमित सामाजिक दायित्व ;सीएसआरद्ध कार्यक्रम के तहत एनएससी में आम लोगों के लिए पहला दर्द निवारण कैंप का भी आयोजन किया था। डॉ॰ पंकज आम लोगों के लिए ऐसा ही एक और शिविर आगामी 15.16 दिसंबर को एनएससी में आयोजित करेंगे। मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण डॉ॰ पंकज ने अंगदान शपथ ;ऑर्गन डोनेशन प्लेजद्ध ली हुई है। साथ हीए वह अपने सहयोगियों एवं आम लोगों को भी अंगदान देने हेतु नियमित रूप से प्रोत्साहित करते हैं।

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गोबिन्द राज, ब्यूरो सिंगरौली

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