ग्रामीण क्षेत्रों मे कोरोना के डर से डॉक्टर मरीजो की नहीं कर रहे दवाई,भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने भी खींचे हाथ,संवाद न्यूज के लिए रीवा से सुमन पटेल की रिर्पोट

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रीवा – पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है शाषण – प्रशासन डॉक्टर , वैज्ञानिक सब मिलकर इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं ।
एक ओर जहां डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर चौबीस घंटे कोरोना पीड़ितो की जान बचाने में लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर कुछ डॉक्टर इसके डर से नॉर्मल मरीजों को भी देखने के लिए तैयार नहीं जिससे आम लोगों को बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है अभी कुछ दिन पहले ही जो डॉक्टर बड़े-बड़े दावे करते थेबड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज भी कर देते थे वही अब किस बिल में छुप गए हैं कोई पता नहीं , वह आजकल अपनी दुकान बंद करके गायब हो गए जो कुछ है भी तो वह भी अब मरीजों की दवा करने से इंकार कर रहे हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है रीवा जिले से लगभग 70 किमी दूर कलवारी गांव के जहां पर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जो ग्रामीण डॉक्टर अभी तक बड़े बड़े दावे करते थे सारे बीमारियों का इलाज करते थे वह आजकल नॉर्मल सर दर्द बुखार भी होने पर नहीं देख रहे हैं जिससे लोगों में आक्रोश देखा गया पीड़ितों के परिजनों की माने तो सुबह से हल्की बुखार थी जिसको लेकर डॉक्टर बी पी सिंह के यहां गए तो उन्होंने बोला कि 15 अप्रैल के बाद आएगा तब आप को देखेंगे या तो आप संजय गांधी हॉस्पिटल जाए हम आपकी दवाई नहीं करेंगे जबकि अभी कुछ दिन पहले यहां बहुत डॉक्टर या कहे तो डॉक्टरों का जमावड़ा हुआ करता था लेकिन जैसे ही कुछ दिनों पहले यह कोरोनावायरस की बीमारी फैली सारे डॉक्टर किस बिल में छुप गए कोई पता नहीं जो कुछ है भी तो वो मरीजों को देखने से इंकार कर रहे हैं बोल रहे हैं कि 15 अप्रैल के बाद आइएगा जबकि यही डॉक्टर 10 – 15 दिन पहले तीस मार खान बने हुए थे बोलते थे कि आपकी सारी बीमारी का इलाज यहां होता है लेकिन कोरोना वायरस के फैलते हैं सॉरे डॉक्टर अपना बोरी बिस्तर लेकर छुट्टी पर चले गए परिजनों का कहना है कि यहां से जिला अस्पताल लगभग 70 किलोमीटर दूर है और वाहन भी नहीं चलता जिससे हम लोगों को वहां आने-जाने में लिखते हो और यदि हल्की बुखार में जिला अस्पताल में जाने लगे तो वहां लोगों का जमावड़ा होगा फिर अगर हल्की बुखार में भी लोग संजय गांधी में भर्ती होने लगे तो वहां भीड़ का जमावड़ा जिससे वायरस फैलने का भी डर है।

ग्रामीणों का कहना है कि भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर इस गंभीर परिस्थिति में अगर ऐसा करेंगे तो फिर लोगों की जान कैसे बचेगी इस पर उन्होंने कहा कि जांच कर उचित कार्यवाही की जाए जिससे इन तिजोरी भरने वाले डॉक्टरों को भी सबक मिले।

सुमन पटेल, रीवा

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