दमोह – बुंदेलखंड के प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ क्षेत्र देव श्री जागेश्वरधाम बांदकपुर में सोमवत्ति अमावस्या को भक्तों की भीड़ रही, सभी भक्तों द्वारा भगवान का पूजन एवं दर्शन किया गया जैसा कि पूर्व में कोरोना काल की वजह से भगवान को स्पर्श करना एवं जल चढ़ाना वर्जित रहा वही अब भक्तों में भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा और भी ज्यादा बढ़ रही है, और भक्त बड़ी संख्या भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन के लिए आ रहे हैं।
हिंदू संस्कृति और हिंदू धर्म में, अमावस्या को बहुत महत्त्व दिया जाता है। भारत भर में हिंदू भक्तों द्वारा इस दिन कई महत्वपूर्ण अनुष्ठानों और परंपराओं को देखा जाता है पुरानी मान्यताओं के अनुसार, इसे वर्ष के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली समय में से एक माना जाता है। देव श्री जागेश्वरनाथ महादेव के मन्दिर में हांथे लगाने से भक्तों के सभी मनोरथ सिद्ध होने की पुरातन परंपरा है जिस पर श्रद्धालुओं की अटूट श्रद्धा भक्ति के दर्शन पर्व विसेष में होते है आज सोमवत्ति अमावस्या को प्रभात से लेकर संध्या आरती दर्शनों तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बनी रही सुबह से ही देव श्री जागेश्वर नाथ महादेव के दर्शनों के लिए जिले व आसपास क्षेत्र से श्रद्धालुओं का तांता लगा गर्भ ग्रह में प्रवेश निषेध होने के बावजूद श्रद्धालुओं ने आकर सोमवती अमावस्या को भगवान के दर्शन करते हुए बाहर से ही पूजन पाठ किया वही मंदिर प्रांगण में भगवान सत्यनारायण की कथा सुनते हुए पर्व विसेष का पुण्यार्जन किया !