पशु अस्पताल गुनौर में मनमाफिक अनियमित कार्यप्रणाली और भररे शाही से हो रही गरीब जनता हो रही परेशान

क्षेत्र में बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सालय से दवाइयां देने में की जा रही आनाकानी
(संवाद न्यूज ब्यूरो-गुनौर)
पशु गुनौर में भररेशाही का आलम बखूबी देखने को मिल रहा है गांव देहात से आई हुई गरीब भोली भाली जनता को विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारियों द्वारा आए दिन गुमराह करके बिना दवाइयां दिऐ खाली हाथ भेज दिया जाता है और कह दिया जाता है कि दवाइयां अभी उपलब्ध नहीं है फिर आना इस तरह से रोज गांव देहात से जनता किराया खर्च करते हुए गुनौर पशु चिकित्सालय दवाइयां लेने आती है लेकिन विभाग के द्वारा अनियमित भररे शाही और लापरवाही रवैया के कारण गरीब जनता परेशान हो रही है जबकि शासन के द्वारा सभी प्रकार के प्रश्नों के लिए उचित दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं जिससे कि पशुओं का संपूर्ण इलाज हो सके पशु बीमार और रोग ग्रस्त ना रह सके एवं पशुओं के हित में कई प्रकार की योजनाएं शासन के द्वारा पशु चिकित्सालय के माध्यम से चलाई जा रही है जिसमें शासन के नुमाइंदों के द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं में पलीता लगाया जा रहा है ज्ञात हो कि ग्राम झुमटा के एक गरीब किसान मदन कुमार पटेल ने सीएम हेल्पलाइन नंबर 883 5800 पर शिकायत दर्ज करा के बताया है कि पशु चिकित्सालय गुनौर में पशुओं की दवाइयां नहीं दी जाती और डॉक्टर द्वारा बोला जाता है कि यहां पर दवाइयां नहीं है मेडिकल से ले लो इस तरह से आए दिन गुमराह किया जाता है जिससे बहुत समस्या हो रही है और हम लोग आए दिन दवाइयों को लेने के लिए गुनौर आते हैं और खाली हाथ वापस जाते हैंआखिरकर शासन के द्वारा पशु चिकित्सालय को उपलब्ध ढेर सारी दवाईयां जाति कहां है प्रश्नचिन्ह विषय निर्मित होते हैं क्या इन दवाइयों की बिक्री गरीब किसानों की जगह कहीं और तो नहि की जाती जो कमीशन खोरी का धंधा का आलम छाया हुआ है विशेष जांच का विषय है जिले के न्याय प्रिय कलेक्टर से क्षेत्र के गरीब जनता की मांग है कि उक्त समस्याओं से निराकरण कराया जाए एवं क्षेत्र में बीमार पशुओं की देखभाल हेतु उन्हें पशु चिकित्सालय से समुचित दवाइयां उपलब्ध कराए जाने की कारगर पहल की जाए





































