रेत का अवैध कारोबार करने वालो ने एक गरीब किसान की बर्बाद कर दी फसल मना करने पर खेत में ही गाड़ने की दी धमकी ,अधिकारियों से की न्याय की मांग,अजयगढ़ से संवाद न्यूज ब्यूरो जयराम पाठक की रिपोर्ट
अजयगढ़= अजयगढ़ क्षेत्र में रेत माफिया का तांडव जारी है प्रतिबंधित मशीनों से अवैध रेत उत्खनन करने के साथ किसानों की फसलों को भी उजाड़ जा रहा है, रोकने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है, क्षेत्रवासियों में दहषत फैलाने दर्जनों हाथियारधारी बदमाश खदान क्षेत्र के आसपास घूमते रहते हैं। अधिकारियों और नेताओं की मिली भगत से अवैध रेत उत्खनन व परिवहन करने वाले रेत माफिया खुलेआम तांडव मचा रहे हैं। खनिज विभाग से लेकर राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी रेत माफिया के सामने घुटने ठेक चुके हैं। अजयगढ़ क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में बाहरी हथियारबंद बदमाशो को ग्रामीणों में दहशत फैलाने के लिए पनाह दी गई है। बेबस और लाचार क्षेत्रवासी अपनी फरियाद अधिकारियों और नेताओं को सुना कर थक चुके हैं। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि क्या नोटों की खुशबू खनिज, राजस्व या पुलिस अधिकारियों को अपने फर्ज से भटका रही है या सरसूखदार माफिया को नेताओं का संरक्षण मिलने से इसके सामने बौने साबित हो रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विगत एक माह के अंदर दर्जनों किसानों द्वारा रेत माफिया द्वारा फसल चौपट किए जाने की शिकायतें की गई जिनमें कोई कार्यवाही नहीं की गई, ऐसा ही मामला विगत दिनों किसान पुष्पेंद्र कुमार गुप्ता पिता स्वर्गीय रामेश्वर प्रसाद गुप्ता निवासी ग्राम जिगनी द्वारा तहसीलदार और एसडीएम को सिकायती आवेदन सौंपकर बताया कि वह रोजी-रोटी के लिए भोपाल में रहता है घर में उसकी वृद्ध मां रहती है, उनकी आराजी क्र. 217, 218 रखवा 1.000 हे0 दो 2.690 हे0 भूमि जिगनी पटवारी हल्का राजस्व मंडल बीरा तहसील अजयगढ़ में है। जिसमें बोई गई सरसों की फसल को कालूराम अहिरवार और रेत कारोबारी उदित नारायण सचान द्वारा जबरन एलएनटी और पोकलेन मशीन से खोद कर रास्ता बना कर मशीने, ट्रक और डंफर निकाले जा रहे हैं। मना करने पर जिंदा दफनाने की धमकी दी गई है। उनके द्वारा कहा जा रहा है कि यह खदान खनिज मंत्री की सहमति से चल रही है, जिले के सभी अधिकारी मैनेज हैं किसी के पास जाने पर कोई लाभ नहीं होगा, इसलिए शांति से हमारा काम होने दो, फरियादी ने आवेदन के माध्यम से रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नष्ट हुई फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि कार्यवाई नहीं होने से रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं।
इनका कहना है- आर.आई. और पटवारी को मौके पर निरीक्षण के लिए भेजा गया है, जांच प्रतिवेदन आने पर कार्यवाई की जाएगी।
धीरज गौतम, तहसीलदार अजयगढ़