ग्राम टिकरिया के कियोस्क बैंक संचालक ने खाता धारक के साथ धोखाधड़ी करते हुये निकाले खाते से निकालने रुपये,शाहनगर से संवाद न्यूज ब्यूरो पं.संजय त्रिपाठी की रिपोर्ट

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शाहनगर – पन्ना जिले के शाहनगर थाना अन्तर्गत ग्राम टिकरिया के कियोस्क बैंक का यह मामला है शाहनगर क्षेत्र अन्तर्गत टिकरिया ग्राम मे एस.बी.आई. बैंक की कियोस्क शाखा खुली है । जो ग्राम टिकरिया मैं स्थित हैं।
यह शाखा टिकरिया देवरी के नाम से संचालित है ।
इस शाखा संचालन कमलकांत विश्वकर्मा द्वारा गरीबखाता धारकों के साथ धोखाधड़ी करते हुये खाता धारको के खाताओं से धोखाधड़ी के साथ पैसों का आहरण किया जारहा है। जिसका एक उदाहरण आज दिनांक 02/05/2020 का ताजा मामला प्रकाश मैं आया है। जहाँ पर देवरी झांझर निवासी तिलक सिंह गौड़ पिता प्रहलाद सिंह गौड़ के साथ धोकाधड़ी की गई हैं।


खाता धारक तिलक सिंह गौड़ द्वारा बताया गया कि मेरे खाता 18010 रुपये थे। गत दिवस 7 फरवरी को मैंने 500 रुपये निकलवाने के लिए कियोस्क बैंक टिकरिया आया था जहाँ पर कियोस्क बैंक संचालक द्वारा 500 की जगह 15000 हजार निकाल लिए गए और कहा गया कि गलती से तुम्हारे खाता से 15000 रुपये निकल गये है । मैंने कहा कि मुझे सिर्फ500 रुपये की ही जरूरत है बाकी 14500 मेरे खाता मैं वापिस डाल दिया जाये तो संचालक द्वारा कहा गया कि डाल देंगे और मैं घर चला लेकिन इसके बाद मैं तीन चार बार आया पैसा निकलवाने के लिये तो मेरा अगूंठा रखवाकर पैसा मुझे जो पाँच, छः सौ की जरूरत पड़ती तो दे देते थे।
लेकिन मेरे द्वारा पूंछा जाता कि पैसा डाल दिये थे ।
संचालक द्वारा बोला जाता कि उसी दिन डाल दिये थे।
खाता धारक जब भी कियोस्क संचालक से बचा हुआ अकाउंट पूंछता तो वह अपना एवरेज बना के सही अकाउंट बता देता था की तुम्हारे खाते मैं इतना पैसा है।
खाता धारक तिलक सिंह गौंड कियोस्क संचालक के बताए हुए सही अमाउंट मैं भरोसा करते हुए अपने घर चला जाता था। लेकिन आज दिनांक 2/5/020 को जब खाता धारक तिलक सिह द्वारा दूसरे कियोस्क बैंक मैं जाकर अपना खाता चेक कराया तो पता चला कि उसके खाता मैं तो सिर्फ 3095 रुपये पड़े है।
खाता धारक घबड़ाते हुए उसी कियोस्क संचालक के पास पहुचा जहाँ पर उसके पहले 15000 रुपय निकाल लिये गए थे।
कियोस्क संचालक द्वारा खाता धारक को फिर से वही दुहराया गया जो पिछले दो माह से कहा जा रहा था कि पैसा उसी समय डाल दिये थे।।
लेकिन हमको पता नही कहा गए तुम्हारे पैसा।
खाता धारक द्वारा बताया गया कि मैंने स्टेटमेंट निकलवाया है इसमें तो कही एन्ट्री नही दिख रही कि मेरे खाता मैं वापिस पैसा डाला दिया गया हो।।
कियोस्क संचालक के द्वारा कहा गया मैंने तो उसी समय पैसा डाल दिया था ।
अब नही आया तो मैं क्या कर सकता हूँ।
इसी बीच खाताधारक और बैंक संचालन के बीच चर्चा के दौरान पत्रकार बंधु पहुच गये ।
हमारे मीडिया साथी द्वारा खाताधारक से पूरी जानकारी ली गई इसके बाद कियोस्क संचालक से इस मामले के बारे मे पूंछा गया तो वह अपनी बातों को गोल गोल घुमाते हुए जबाब देने लगा इससे साफ जाहिर होता है कि कही न कही इस कियोस्क संचालक की ही गलती है ।
गलती ही नही बल्कि इनकी तो हैबिट मैं हो गया है सीधे साधे ग्राहकों के खातों से पैसा उड़ाना।
इससे पहले भी इस प्रकार के मामले सुनने को मिले है लेकिन आज संचालक महोदय और पीड़ित खाताधारक पत्रकार साथियों के सामने फस गए नही तो कियोस्क संचालक द्वारा पीड़िता को समझा बुझाकर घर वापिस भेज दिया जाता।
अब आगे देखना यह होगा कि शासन प्रशासन इस चार सौ बीसी करने वाले कियोस्क संचालक पर क्या कार्यवाही करती है या फिर बिना किसी ठोस कार्यवाही किये हुये गरीब जनता के पैसों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए छोड़ देती है।

पं.संजय त्रिपाठी, ब्यूरो संवाद न्यूज शाहनगर

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