जिला प्रशासन और नेताओं की मिलीभगत से जारी है रेत का अवैध उत्तखनन एवं परिवहन,अजयगढ़ से संवाद न्यूज ब्यूरो जयराम पाठक की रिपोर्ट

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खनिज-राजस्व की कार्यवाही पर उठ रहे सवाल


अजयगढ़- मध्यप्रदेश सरकार के अथक प्रयासों के बाद भी रेत का अवैध खनन जारी है जब कांग्रेस की सरकार नही थी तब कांग्रेस के दिग्गज नेता अवैध उत्तखनन की बात करते थे और आज मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार है फिर भी कांग्रेस के नेता अवैध उत्तखनन की बात कर रहे हैं और जिला प्रशासन के ऊपर रेत माफियाओ को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने सत्ता संभालने के पहले जनता से वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अवैध उत्तखनन नही होने देंगे लेकिन अवैध उत्तखनन बंद नही हुआ है क्या कारण है कांग्रेस के नेता अवैध उत्तखनन में स्वयं शामिल हो गए कुछ भाजपा नेताओं का कांग्रेस के नेताओ के ऊपर सीधा आरोप है कि जहाँ कांग्रेस के नेताओ की बात नही बनी वहाँ का विरोध करेंगे जहाँ पार्टनर शिप है वहाँ की चर्चा भी नही करेंगे ।


आज अगर अवैध उत्तखनन की बात की जाए तो पूरे जिला प्रशासन एवं सत्ता धारी नेताओ सहित सभी को मालूम है कि केन नदी सीना रेत माफियाओं ने भारी भरकम मशीनों से छलनी कर दिया है यह बात सभी जानते है लेकिन अगर कार्यवाही की बात की जाए तो प्रशासन केवल परिवहन पर कार्यवाही कर वाहवाही लूट लेता है अवैध उत्तखनन पर कार्यवाही क्यो नही की जाती जिससे पन्ना जिला की जनता जिला प्रशासन के प्रति तरह -तरह की चर्चा करती नजर आ रही हैं।
यहाँ जारी है रेत का अवैध उत्तखनन- बीरा, रामनई, मोहाना, कटर्रा, चाँदीपाठी, जिगनी, फरस्वाहा, बरकोला, उदयपुर, अमरछी सहित सभी जगह रेत का अवैध उत्तखनन चल रहा है ग्राम पंचायत की जो भी खदाने शासन द्वारा स्वीकृत की गई हैं उन खदानों का बिना सीमांकन किये खदानों की प्रशासन द्वारा स्वीकृति दे दी गई है।जबकि खनिज अधिकारी को सीमांकन करा कर खदान में मुनारे बनाने के बाद ही खदान चलाने की स्वीकृति देना चाहिये थी।
पन्ना-छतरपुर को जोड़ने वाले पुल को भी नही बक्सा- पन्ना छतरपुर में रेत माफिया इस तरह हावी हैं कि पन्ना छतरपुर को जोड़ने वाला चंदला पुल कभी धराशाई हो सकता है क्योंकि रेत माफियाओं ने पुल के नीचे जगह जगह रेत निकाल कर गड्ढे कर दिए थे जिसकी जांच पूर्व में कराई गई थी और यह सिद्ध भी हुआ था कि पुल के नीचे बड़े बड़े गड्ढे हैं लेकिन रेत माफियाओं पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही की गई और उसी पुल से आज सैकड़ों की तादाद में छतरपुर से रेत लेकर पन्ना, सतना,रीवा एवं उत्तर प्रदेश के वाहन गुजरते हैं जबकि पूर्व में पन्ना कलेक्टर मनोज खत्री द्वारा छतरपुर की ग्राम पंचायतों की रेत निकासी पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन आज छतरपुर से रेत लेकर वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं।

जयराम पाठक, ब्यूरो तहसील अजयगढ़

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