जीवन के संतापों का नाश करती है श्रीराम कथा-मानस कोकिला अन्नपूर्णा जी,देवतालाब से संवाद न्यूज उपसम्पादक श्रीमती निर्मला कुसमाकर की रिर्पोट

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देवतालाब मे चल रही है पंचदिवसीय श्रीराम कथा

गत वर्षो की तरह इस वर्ष भी प्राचीन शिव मंदिर प्रांगण देवतालाब में पंच दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी एवं शिक्षाविद डॉ एस. एस. तिवारी द्वारा 20 फरवरी से 24 फरवरी तक प्राचीन शिव मंदिर प्रांगण देवतालाब में आयोजित किया जा रहा है । जिसमें मानस कोकिला सुश्री अन्नपूर्णा जी द्वारा प्रतिदिन राम कथा रूपी आस्था की गंगा बहाई जा रही है इस दौरान उन्होंने कहा कि रामकथा मानव का कल्याण करती है। रामजी की कथा चार अक्षरों में आती है। रामायण, कृष्ण कथा भी चार अक्षरों में आती है। भगवान रामजी ने सर्वप्रथम एक राक्षसी ताड़का का वध किया। कृष्ण ने भी एक राक्षसी पूतना का वध किया। भगवान राम ने सुग्रीव के रूप में एक मित्र बनाया। वहीं कृष्ण ने भी एक मित्र सुदामा को बनाया। अंतर यही है कि श्री रामकथा सत्ता की, त्याग की कथा है और कृष्ण कथा सत्ता के लिए संघर्ष की कथा है। सुश्री अन्नपूर्णा जी ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदासजी ने कहा है कि कथा सुनने से, यज्ञ से, पूजा से, दान से तथा तप से मन निर्मल होता है। यज्ञ बाबा विश्वामित्र, वशिष्ठ जैसे अति श्रेष्ठ लोग भी करते हैं।लोगों में धैर्य, क्षमा, संतोष व अलोभ समाहित होता है। साबुन, सर्फ और जल से कपड़े की गंदगी साफ हो जाती है, परंतु मन की गंदगी नहीं। जो धर्म करता है वह धार्मिक कहलाता है। इसलिए रामकथा सबको सुननी चाहिए। रामकथा मन की व्यथा को हरती है। इस दौरान तृतीय दिवस के कथा प्रसंग में श्रीराम जन्मोत्सव की दिव्य कथा सम्पन्न हुई कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख रूप से लोगों में सत्यनारायण चतुर्वेदी, मनोज तिवारी,भगवानदास देवा भारती ,पद्मेश गौतम,शत्रुघ्न सिंह, देवेंद्र मिश्रा, रामदास शर्मा , मंगल सोनी , हीरामणि मिश्रा , लालजी गौतम, जगजीवन लाल तिवारी, बंशीधर द्विवेदी, राघव शरण तिवारी ,जयप्रकाश तिवारी, प्रमोद सिंह, पंकज तोमर, शिवकुमार शुक्ला समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे । 25 फरवरी को मनगवा के हनुमंता में चारों धाम पूजा का आयोजन किया गया है । 26 फरवरी को उपनयन संस्कार एवं रामकथा के महा प्रसाद रूपी भंडारे का आयोजन किया गया है जिसमें कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों के पहुंचने की अपील की है ।

श्रीमती निर्मला कुसमाकर, उपसम्पादक संवाद न्यूज

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