जेलर ने प्रहरी पर किया हमला कैदियों से कहा मारो साले को, मामला केंद्रीय जेल रीवा का,रीवा से संवाद न्यूज सम्भागीय ब्यूरो अनिल पटेल की रिपोर्ट

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रीवा – कहते हैं जब कानून के रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आम लोगों का क्या होगा, ऐसा ही कुछ मामला केंद्रीय जेल रीवा का देखने को मिला है जानकारी के अनुसार जेलर रविशंकर सिंह अपने ही कर्मचारी के ऊपर उस समय टूट पड़े कर्मचारी ने कहा की साहब अश्लील गालियां ना दें पीड़ित अक्षय सिंह चंदेल केंद्रीय जेल में लगभग ढाई वर्ष से प्रहरी के रूप में अपनी सेवा दे रहा है पीड़ित अक्षय सिंह ने बातचीत के दौरान बताया कि सुबह में अपनी ड्यूटी पर था तभी यह छोटी सी गलती मेरे से हो गई जिसकी जानकारी मैंने अपने अधिकारी रविशंकर सिंह से दीया भी और अपनी गलती भी माना लेकिन जेलर साहब ने मेरी एक बात भी नहीं सुनी हमें गंदी गंदी गालियां देने लगे तब मैंने निवेदन किया कि साहब हमारी अगर गलती है तो आप हमारे ऊपर कार्यवाही करें हमें सस्पेंड कर दें या बर्खास्त कर दें कैदियों के सामने इस तरह से गालियां ना दें जैसे ही मैंने इतना बोला जेलर साहब मेरे से लिपट गए और लात घुसा से मेरी पिटाई कर दी इतना ही नहीं वहां पर खड़े हुए बंदियों से भी बोले कि इसको साले को मारो हमें काफी टाइम तक अंदर ही बैठाए रहे और मारपीट करते रहे मारपीट से हमारे गर्दन पर सीने पर एवं सिर पर चोटे आई हैं इसकी जानकारी मैंने जेल अधीक्षक को लिखित रूप में दिया है उसके बाद रीवा एसपी से मिलकर अपनी बात कहनी चाही लेकिन उनके न मिलने से एडिशनल एसपी शिव वर्मा के सामने मैंने अपनी पूरी बात रखी और उचित कार्यवाही करने की माग की लेकिन सुबह से शाम हो गई हमारी बातों को किसी अधिकारी द्वारा गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया अब सवाल यह उठता है कि आखिर जेलर साहब को ऐसा क्या हो गया था की भरे बंदियों के सामने अपने ही कर्मचारी को बुरी तरह से पीट दिया क्या उनके कानून में ऐसा कुछ लिखा है कि स्टाफ का कोई व्यक्ति गलती करे तो उसे गालियों मार ही देना उचित होगा यह बड़ा सवाल है अब देखना यह है कि पुलिस के उच्च अधिकारी मामले को लेकर कितनी गंभीर होते हैं।

अनिल पटेल, सम्भागीय ब्यूरो संवाद न्यूज रीवा

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