बांदकपुर बसंत पंचमी मेले मे कावड़ यात्री,श्रद्धालुजन ठंडी रात में बाहर ठिठुरते रहे,संवाद न्यूज के लिए दमोह से मोहन पटेल की रिपोर्ट

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मंदिर कमेटी की निष्क्रियता के चलते कावड़ यात्री श्रद्धालु जन खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में रात बिताने मजबूर

दमोह – बांदकपुर धाम में आने वाले यात्रियों श्रद्धालुओं को अनेक प्रकार की सुविधा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि बांदकपुर में लगातार यात्री बढ़ रहे हैं एवं मेलों की संख्या भी बढ़ रही है श्रधलुजनों की परेशानियों को लेकर पिछले कुछ वर्षों से शिवभक्तों द्वारा लगातार मंदिर कमेटी, जिला प्रशासन एवं राजनेताओं के सामने यात्रियों श्रद्धालुओं को हो रही परेशानियों से अवगत कराया जा रहा है इस विषय में पहली बार जिला एसडीएम कोर्ट में मंदिर कमेटी के विषय में केस भी चल रहा है भक्तों का कहना है कि यात्रियों को पीने का साफ पानी रात्रि में रुकने के लिए व्यवस्थित धर्मशाला साफ सफाई भोजन प्रसाद सुलभ कांप्लेक्स जैसी मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से नहीं मिल पा रही चार महीने से मंदिर कमेटी केस में भी औपचारिकता होते देख इसकी जानकारी जिला कलेक्टर श्री राठी जी को भी दी शिवभक्तों का कहना है कि मंदिर कमेटी कि लाखों रुपए आय होने के बाद भी यात्रियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है यह हैरानी की बात है कि 90 वर्षों से चल रही कमेटी अब भी मूलभूत सुविधाएं यात्रियों को नहीं दे पा रही है साल के बड़े मेले बसंत पंचमी पर भी रात्रि में सैकड़ों कावड़ यात्री श्रद्धालु जन ठंडी रात में खुले आसमान में बाहर ठिठुरते रहे जिनमें महिलाएं बच्चे वृद्धजन थे यात्रियों को न धर्मशाला मिली और न ही इसकी जानकारी मिली न पीने का साफ पानी न साफ सफाई यात्रियों ने खुद सफाई करके अपना बिस्तर लगाया न भोजन भंडारा सुलभ शौचालय जैसी कोई व्यवस्था नही खुले में पेशाब आदि करने महिलाएं भी मजबूर थी हैरानी की बात है कि बसंत पंचमी के एक दिन पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान शिवभक्तों ने एसडीएम साहब को मेले में आकर वहां की स्थिति को देखने के लिए निवेदन किया था जिस पर श्री रविंद्र चोकसे जी ने शाम को बांदकपुर आकर व्यवस्थाओं का हाल देखकर हैरान थे हालांकि एसडीएम के आने की जानकारी कमेटी को पहले ही लग गई थी अतः उन्होंने किराए से चल रही धर्मशालाओं को खोल दिया लेकिन केवल यह काफी नहीं था जगह-जगह फैली गंदगी पानी का न होना लाइट का न होना साफ सफाई का न होना सुलभ कॉन्प्लेक्स में फैली बदबू गंदगी साफ़ दिखी जिससे कमेटी की अव्यवस्थाओं की पोल खुल गई जिससे एसडीएम को भी अव्यवस्था को मानना पड़ा और उन्होंने अगले आने वाले मेले में पर्याप्त व्यवस्था कराने का भरोसा दिया हैरानी की बात है कि 3 दिन पहले ही मेला प्रबंधन को लेकर मंदिर कमेटी की मंदिर में बैठक हुई थी अब यह बात कमेटी ही जाने कि जब यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं दिखी तो उन्होंने बैठक में क्या किया होगा हालांकि एसडीएम साहब ने स्वयं फोन लगाकर अलग-अलग जिम्मेदार लोगों को लाइट सफाई पानी टैंकर उपलब्ध कराने की बात की जिसका असर भी दिखा लेकिन रात होते ही हजारों यात्री खुले आसमान के नीचे सोते दिखे जिसमें अनेक यात्रियों ने असुविधा की बात कही बसंत पंचमी की रात को एक बार फिर खुले में सैकड़ों यात्री ठंडी रात में सोने को मजबूर थे जो धर्मशालाएं एसडीएम के आने से खुली थी अगले रात बंद पड़ी थी शिवभक्तों का कहना है कि 90 वर्षों में मंदिर कमेटी ने एक भी बड़ी धर्मशाला का निर्माण यात्रियों के लिए नहीं किया जिसमें यात्री निशुल्क व्यवस्थित रुक सके शिवभक्तों ने अनेक बार जिला प्रशासन को लिखित आवेदन भी दिया जिसकी सुनवाई एसडीएम कोर्ट में भी चल रही है और एक बार फिर शिवभक्तों ने भरोसा जताया कि जिला प्रशासन मंदिर कमेटी की निष्क्रियता के खिलाफ निष्पक्ष और कड़ी कार्यवाही करेगा और बांदकपुर आने वाले श्रद्धालुओं यात्रियों को सुविधाएं प्राप्त होगी अनेक भक्त प्रयास में लगे हुए हैं।

मोहन पटेल, संवाददाता दमोह

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