भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर योग, आध्यात्म को लेकर शान्ति की खोज में निकले- पस्कुलीनो,संवाद न्यूज डिप्टी हेड अनुपम गुप्ता की विशेष रिपोर्ट
भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर योग, आध्यात्म को लेकर शान्ति की खोज में निकले- पस्कुलीनो,संवाद न्यूज डिप्टी हेड अनुपम गुप्ता की विशेष रिपोर्ट इटली के पदोवा शहर से खजुराहो आये इटालियन पर्यटक पस्कुलनो अंद्रेत्ता ने भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर यहाँ पर बार-बार आने का मन करता है। उन्होंने बताया कि वे युवा अवस्था में लगभग 10 बर्षो तक चर्च में रोजाना होने वाली प्रार्थनासभा से जुड़े रहे, व्यबसाय की दृष्टि से गोंद इकट्ठी करना, रस्सी बनाना, ट्रांस्पोर्ट व्यबसाय, लगभग 25 बर्षो तक दुकानदारी, इतना सब करने के पश्चात मुझे लगा कि इस भौतिकवाद में कुछ नहीं है। फिर एक दिन मैने पत्नी के कहने पर निर्णय लिया कि अब मुझे जीवन में शांति चाहिए और उसी शान्ति की खोज में, मैं भरतबर्ष आया। मैंने यहाँ पर गंगोत्री से लेकर विभिन्न जगहों पर यात्रा की। मैने जब देखा कि यहाँ लोग बंदरो को भी पूज्य मानते हैं मेरे मन में यहीं से प्रश्न उठा और बार-बार दिल्ली स्थित हुनमान मंदिर जाकर साधना की, तभी मुझे बास्तविकता का अनुभव हुआ और मैंने हनुमान जी को देखा। गंगौत्री के पास मैने देवी को देखा। इतने सबके पश्चात मैने योग, आध्यात्म के माध्यम से मानसिक शान्ति का अनुभव किया। मैं लगभग 15 बर्षो से लगातार भारत में आ रहा हूँ और कुछ न कुछ नया अनुभव करता हूँ। गायत्री मंत्र, हनुमान जी और रामचन्द्र जी के भजन अच्छे लगते हैं, मुझे हिंदी सीखने और बोलना अच्छा लगता है। 2014(मोदी जी) के पश्चात यहाँ(भारतबर्ष) में मैंने सकारात्मक, गुणात्मक बदलाव महसूस किये। चूंकि हम लोगों ने जो पहले मोदी जी के बारे में सुना था, वह बहुत अलग था और बस्तविकता मै उनके कार्य उल्लेखनीय हैं। पर्यटक ई-वीजा सहित बहुत सारे कार्य।।