यही तय जानकर कूदो वसूलों की लड़ाई में, कि रातें कुछ न बोलेंगी चरागों की सफ़ाई में। 22 सितंबर को आयोजित युवा संसद को सफल बनाने समाजसेवी कुंजबिहारी तिवारी ने युवाओं से की अपील

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राष्ट्र निर्माण सिर्फ राजनीतिक आया नीति निर्धारकों का कार्य नहीं हैं बल्कि यह एक सामाजिक जागृति और युवा शक्ति का सामर्थ्य है जो सामाजिक तानेबाने को शशक्त रुप से खड़ा करता है यह एक ऐसा परिवर्तन है जो युवाओं के बिना संभव नही है।
राष्ट्रीय सामर्थ्य का वास्तविक मतलब है कि देश के सभी लोग एक समान और समग्रता के आधार पर एक मंच पर लाए जाए।
किसी भी राष्ट्र की युवा शक्ति उस राष्ट्र के वर्तमान का निर्माण करती है ,और भविष्य के लिए रास्ता प्रशस्त करती है? आज युवाओ को एक मंच पर आने की आवश्यकता है जिसमे दलगत एवम जातिगत राजनीति का कोई स्थान नही होना चाहिए ,विश्व भर में सर्वाधिक युवा हमारे देश मे है युवाओं को अवसर प्रदान करना सरकारों का काम है किंतु आज बेरोजगारी चरम में है, हिंदुस्तान कृषि प्रधान देश है किसानों की समस्याओं पर अगर ध्यान दिया जाए तो समर्थन मूल्यों को बढ़ा दिया जाए स्वामीनाथन की सिफारिशों के लागू कर दिया जाए ऐसा करने से कृषि क्षेत्र में गुणात्मक बृद्धि होगी युवाओं के लिए संभावनाओं का मार्ग प्रशश्त हो जाएगा आज युवाओं को किसानों की आवाज बनने की जरूरत है ,मुफ्तखोरी के दलदल में फंसा कर सरकार देश को दलदल में झोंकने को तैयार बैठा है , हर राजनैतिक दल वोट की राजनीति करता है उसे देश के वास्तविक विकास से कोई मतलब नहीं होता दंभी सरकारें काल्पनिक सपने दिखा कर लोगो को भ्रमित करने का कार्य करती हैं इसलिए आज युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है ,अगस्त क्रांति आपके लिए एक मंच है जंहा से देश वास्तविक मुद्दों में मुखर होकर अपनी बात रख सके। आगामी 22सितम्बर को गंगेव जनपद पंचायत के प्रांगण में उम्मीदों की मशाल को जलाने युवा संसद कार्यक्रम में अपनी बात रखे और राष्ट्रनवनिर्माण का संकल्प ले।
जय अगस्तक्राँति

अजित तिवारी

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