जबलपुर एसटीएफ सहित रीवा खाद्य विभाग की बड़ी कार्यवाही करीव 17 कुंटल से अधिक मावा जप्त
प्रदेश में लगातार बेचे जा रहे मादक प्रदार्थ की कार्यवाही को लेकर जबलपुर एसटीएफ और रीवा खादय विभाग के संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुये बस स्टैंड से 4.50 कुन्टल और गोदाम से 13 कुन्टल मिला ।
त्योहार का सीजन आते ही मावा की मांग बढ जाती है जिसका फायदा उठाते हुये कुछ व्यापारी ज्यादा मुनाफा के चक्कर मे नकली मावा को बाजार मे बेच देते है । रीवा मे नकली मावा बिकने की जानकारी एसटीएफ जबलपुर को मिली थी जिसके बाद एक टीम बनाकर उनके द्वारा मिलावटी मावा के करोवार की पडताल शुरु की गई और आज सफलता प्राप्त करते हुये भारी मात्रा मे मावा जब्त किया है । एसटीएफ की 9 और खादय विभाग के 3 लोगो की संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुये नकली मावा को पकडा है । बस स्टैंड से मिले लवारिस मावा पर किसी ने मालिकाना हक जाहिर नही किया जिस पर टीम द्वारा उसे नष्ट करने की तैयारी की जा रही है जबकी स्टैंड के पास ही किराये के मकान पर दो कमरे लेकर मिल्क केक और कलाकन्द के रूप मे स्टोर13 कुन्टल मावा को जब्त कर उसका सेम्पल लेकर जांच के लिये भेजा जा रहा है क्या अभी तक रीवा के अधिकारीरियो को जानकारी नही थी यह संदेह पैदा होता है अथवा जानकारी थी तो रीवा वासियो के स्वास्थ्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ किसके संलिप्तता से रीवा में चल रहा था एक ही कुर्सी पर जमे वर्षो से क्या उनकी मिलीभगत है अभी तक सिर्फ सेम्पल लेने के अलावा बड़ी कार्यवाही रीवा में देखने को नही मिली जबकि हर गली कूचे में नमकीन मिठाई दूध दही की दुकानें संचालित है लाख रुपये की दुकान खोलकर बैठते है साल भर में करोड़पति कैसे बन जाते है नकली मिठाई नकली घी नकली दूध यही सब बेचकर समाज को नित्य नई बीमारी दे रहे है वही जिम्मेवार अधिकारी मौन रहते है वही कर्मचारी की तो तीज त्यौहारी मिलती रहती है धन्य हो एटीएफ टीम का जो इस मावा गिरोह को पकड़ने की हिम्मत जुटाई ।




































