सावित्री बाई फुले की 189 जयंती पर आयोजित हुआ भव्य कार्यक्रम, संवाद न्यूज एमडी कमलेश कुशवाहा की रिपोर्ट

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रीवा । भारत की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले की 189 जयंती रीवा के खौर भीरा में मनाई गई । जिसके मुख्य अतिथि पप्पू कनौजिया ( संविदाकार) रहे ।विशिष्ट अतिथि धीरेंद्र पटेल रहे।विशेष अतिथि ओबीसी दिनेश सिंह, मनोज सिद्धार्थ , अजायब माझी,अभय माझी,राजेश साकेत, प्रकाश पटेल, अखिलेश साकेत रहें। सुनीता कुशवाहा ने स्वागत गीत द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया


मुख्य अतिथि ने कहा कि सावित्री बाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। महात्मा ज्योतिबा को महाराष्ट्र और भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन में एक सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में माना जाता है। उनको महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के प्रयासों के लिए जाना जाता है। ज्योतिराव, जो बाद में ज्योतिबा के नाम से जाने गए सावित्रीबाई के संरक्षक, गुरु और समर्थक थे। सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना। वे एक कवियत्री भी थीं उन्हें मराठी की आदिकवियत्री के रूप में भी जाना जाता था।

वे स्कूल जाती थीं, तो विरोधी लोग पत्थर मारते थे। उन पर गंदगी फेंक देते थे। आज से 189 साल पहले बालिकाओं के लिये जब स्कूल खोलना पाप का काम माना जाता था कितनी सामाजिक मुश्किलों से खोला गया होगा ।

 उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे आना चाहिए और बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि वे अपने अधिकार को जाने , पहचानें और अपने बच्चों को हर हाल में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए हमारे समाज को प्रयास करना चाहिए ।कार्यक्रम का आयोजन आकाश एवं राजेश द्वारा किया गया । इस अवसर पर आकाश , राजेश रामानुज , मुन्नूलाल, उमेश किशन सहित अन्य सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।
कमलेश कुशवाहा, एमडी संवाद न्यूज

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