निष्ठापूर्वक कर्त्तव्य पालन करने से सफलता प्राप्त होती है-दयाराम सोलंकी
थांदला (ब्यूरो) -अपने कर्त्तव्य को सभी शिक्षक निष्ठापूर्वक बिना संशय और बगैर संकोच के करेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी और समाज में सम्मान भी प्राप्त होगा शिक्षा कर्म में रत रहना परम पुण्य कार्य है संकुल के शीक्षको को प्रेरणा देते हुए विचार व्यक्त किए सेवा निवृत्त खण्ड शिक्षा अधिकारी बी ई ओ दयाराम सोलंकी जी ने प्रसंग था उनकी सेवा निवृत्ति पर बेडावा में आयोजित विदाई समारोह का सर्वप्रथम माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात शाल श्रीफल और साफा पहनाकर जनशिक्षक कालूसिंह भूरिया वीरसिंह भाबर प्रभारी प्राचार्य सब्बू कामलिया ने अभिनंदन किया तत्पश्चात समस्त शिक्षकों द्वारा माल्यार्पण किया गया स्वागत भाषण वीरसिंह भाबर ने दिया अशोक पोरवाल ने चाँदी का कड़ा पहनाकर भेंट से सम्मानित किया बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा भी भेंट की गई सरफ़राज़ खान भारतीय द्वारा माता सरस्वती का तेल चित्र भेंट किया अन्य शिक्षकों ने भी विभिन्न भेंट देकर भावभीनी विदाई दी उक्त कार्यक्रम में संकुल के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा संचालन सरफराज खान ने और अंत में आभार प्रदर्शन प्रभारी प्राचार्य सब्बु कामलिया ने किया