युवक की लाठी डंडों से पीट पीटकर कर दी हत्या,घटना से क्षुब्ध परिजनों ने मुरादाबाद हाईवे पर शव रखकर लगाया जाम
बिजनौर। बिजनौर जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव नौरंगाबाद में परचून की दुकान से सामान खरीदने गए एक व्यक्ति को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बताया जाता है एक शराबी युवक उसके साथ बिना वजह गाली गलौज की। विरोध करने पर आरोपी ने लाठी-डंडों से उसको पीटना शुरू कर दिया। घटना से क्षुब्ध मृतक के परिजनों ने शव को मुरादाबाद हाईवे पर रख कर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंचे सीओ महावीर सिंह राजावत ने आक्रोशित परिजनों को समझाते हुए किसी तरह शांत किया। उन्होंने कहा कि आरोप खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। गांव नौरंगाबाद निवासी मोहम्मद हनीफ ने पुलिस को दी तहरीर में एक महिला और उसके तीन पुत्रों को नामजद करते हुए आरोप लगाया कि पीड़ित का पुत्र मोहम्मद अकरम 35 वर्ष गांव में ही परचून की दुकान से दोपहर के 1:00 बजे सामान खरीदने के लिए गया था। रास्ते में एक शराबी युवक ने उसे बिना बात ही गाली गलौज करनी शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपी ने अपने घर से जाकर लाठी उठा लाया और अपने भाई और मम्मी को भी मौके पर बुला लिया। तीन भाइयों ने अपनी मां के साथ मिलकर अकरम को पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने पीट-पीटकर मृतक को गंभीर रूप से घायल कर दिया। सूचना पर दौड़े परिजनों ने घायल को इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सक को दिखाया। जहां पर चिकित्सक ने उसकी हालत को गंभीर जानते हुए हर सेंटर ले जाने की सलाह दी। परिजन घायल को इलाज के लिए लेकर सीएससी लेकर पहुंचे जहां पर रात्रि लगभग 1:30 बजे घायल ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव नाम नौरंगाबाद पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया आक्रोशित परिजन शव को लेकर मुरादाबाद हाईवे पर उनके यहां परिजनों शव को रखकर जाम लगा दिया। परिजनों का कहना था कि जब तक हत्या आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी, वह जाम पर डटे रहेंगे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर क्राइम नरेश कुमार ने परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। बाद में सीओ महावीर सिंह राजावत फोर्स के साथ जाम स्थल पर पहुंचे। सीओ ने परिजनों को समझाते हुए आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर जाम को खुलवा दिया। बताते चलें कि मृतक मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार की गुजर-बसर करता था। उसके छोटे-छोटे सात बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटी और चार पुत्र शामिल है। घटना से मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी का कहना है कि अब उनके परिवार का खर्चा कहां चलेगा। उनके पास आय का कोई साधन नहीं था।