प्राप्त जानकारी के मुताबिक पटेरा थाना के भरतला गांव निवासी दोनों को युगल को शनिवार देर शाम भर्ती कराया गया था। जिसमें क्रम में कक्षा बारहवीं की नाबालिग छात्रा को देर शाम की जबलपुर रेफर कर दिया था। जिसकी देर रात मौत हो गई।
इसके बाद युवक की हालत भी गंभीर होने पर उसे भी जबलपुर रेफर किया गया था। वह भी निजी अस्पताल में भर्ती रहा। लेकिन उसकी हालत गंभीर होने पर जबलपुर में डॉक्टरों ने उसे बचा पाने में असमर्थता जता दी थी।
जिसे वापस जबलपुर से दमोह लाते समय शनिवार शाम करीब 6 बजे मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि दमोह जिला अस्पताल लाने के दौरान युवक की रास्तें में मौत हो गई।
सम्पूर्ण मामले में गांव के लोगों का कहना है कि लड़की को चार दिन पहले देखने वाले आए थे।
जिन्होंने वैवाहिक रश्म ओली भरने की रश्म अदा कर दी थी। साथ ही उन्होंने बालिग होने पर विवाह करना सुनिश्चत किया था। जिसके बाद प्रेमी युगल ने देखा कि अब उनकी शादी नहीं हो सकती तो दोनों ने मिलकर जान देने का निर्णय लिया और सल्फ़स नामक जहरीली दवा खाकर जीवन लीला समाप्त कर ली।
दर्ज नहीं हो सके बयान
मामले में पटेरा थाना प्रभारी पीडी मिंज ने बताया कि शुक्रवार शाम नाबालिग लड़की व युवक ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था।
लेकिन दोनों बेहोशी अवस्था में होने के कारण दोनों को जिला अस्पताल से जबलपुर रेफर किया गया था। दोनों बयान देने की स्थिति में नहीं थे। इसलिए बयान दर्ज नहीं हो सके थे। लड़की बालिग हुई थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है। हालांकि कक्षा बाहरवीं में वह अध्ययनरत थी।
युवक की उम्र 22 वर्ष बताई गई है। बताया जा रहा है कि दोनों ने प्रेम संबंधों के चलते जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था।
जिसमें से इलाज के दौरान लड़की की मौत होने के बाद उसका शव पंचनामा बनाकर जबलपुर से शव परिजनों को सुपुर्द करने के बाद वह शनिवार शाम भरतला गांव लेकर पहुंचे हैं।
युवक को दमोह लाने के दौरान मौत होने पर जिला अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। जिसके पंचनामा की कार्रवाई रविवार सुबह की जाएगी।
थाना प्रभारी पीडी मिंज ने बताया कि शनिवार को दो बार तथा रविवार को तीन बार गांव पहुंचे। लेकिन किसी ने भी जहर खाने का कारण नहीं बताया। कई लोगों से बात की। लेकिन कोई भी परिजन बयान देने तैयार नहीं थे। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों का कहना था कि नाबालिग लड़की व युवक दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे। जो आपस में शादी भी करना चाहते थे।
लेकिन शायद परिजन इसके लिए राजी नहीं हो पा रहे थे। क्योंकि लड़की अभी बालिग नहीं हुई थी।
साथ ही अन्य कारणों को भी बताया जा रहा है। दोनों पक्षों के रविवार को बयान दर्ज करने के बाद आगे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।