ग्राम पंचायत बिल्हा के अंतर्गत आने वाले हनुमत पुरा की सड़क निर्माण हेतु ग्राम वासियों ने सौंपा ज्ञापन
मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम सौंपा ज्ञापन
सालों के प्रयास करने के बाद भी सड़क निर्माण ना होने पर स्थानीय हनुमान जी मंदिर में भी ज्ञापन दे चुके हैं हनुमत पूरा वासी! -बरसात में बंद हो जाता है आवागमन गुनौर नि प्र-ज्ञातव्य हो कि जनपद पंचायत गुनौर के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बिल्हा के गांव हनुमत पुरा की सड़क आज तक नहीं बन पाई है, जिस के संबंध में ग्राम वासियों द्वारा कई सालों से स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगाई है, पर इन ग्रामवासियों की कोई सुनने को तैयार नहीं है और किसी के कान में जू तक नहीं रेंगती! वास्तव में हनुमत पुरा सड़क ना बन पाने के कारण बरसात के दिनों में आने जाने में बड़ी विकराल समस्या होती है आलम यह है की यदि कोई गांव के अंदर है तो गांव के बाहर नहीं जा सकता और यदि गांव के बाहर है तो गांव के अंदर नहीं जा सकता! रोजमर्रा की दैनिक अव्यवस्थाओं और खाने पीने की वस्तुओं के लिए भी यहां के ग्राम वासियों को लाने ले जाने में बहुत ही जद्दोजहद और समस्या का सामना करना होता है! यहां तक कि यदि कोई गंभीर बीमार हो जाए तो तो उस परिवार के लिए अपने घर के व्यक्ति की मौत का दुख भी सहन करना पड़ सकता है! इस संबंध में आज पुणे समस्त ग्राम वासियों द्वारा सड़क निर्माण हेतु मांग तेज कर दी गई है और ग्राम वासियों ने जनपद कार्यालय गुनौर पहुंचकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी से सड़क निर्माण हेतु पुणे गुहार लगा कर ज्ञापन सौंपा है! हालांकि जनपद पंचायत के अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि बरसात के बाद हनुमत पुरा की सड़क निर्माण करा दी जाएगी लेकिन अब देखना यह है कि क्या यह आश्वासन ग्राम वासियों की इस भीषण समस्या से निजात दिला पाएगा यह पुराने आश्वासन जो कई बार ग्रामकई बार गुहार लगाई है, पर इन ग्रामवासियों की कोई सुनने को तैयार नहीं है और किसी के कान में जू तक नहीं रेंगती! वास्तव में हनुमत पुरा सड़क ना बन पाने के कारण बरसात के दिनों में आने जाने में बड़ी विकराल समस्या होती है आलम यह है की यदि कोई गांव के अंदर है तो गांव के बाहर नहीं जा सकता और यदि गांव के बाहर है तो गांव के अंदर नहीं जा सकता! रोजमर्रा की दैनिक अव्यवस्थाओं और खाने पीने की वस्तुओं के लिए भी यहां के ग्राम वासियों को लाने ले जाने में बहुत ही जद्दोजहद और समस्या का सामना करना होता है! यहां तक कि यदि कोई गंभीर बीमार हो जाए तो तो उस परिवार के लिए अपने घर के व्यक्ति की मौत का दुख भी सहन करना पड़ सकता है! ग्राम वासियों को दिए गए आश्वासन की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा, देखना यह है कि ग्राम वासियों की गुहार सुनेगा और इन बेबस लाचार व्यक्तियों की समस्या का उद्धार करेगा! ज्ञापन सौंपने वालों में समस्त ग्राम वासियों के साथ बालाजी युवा संगठन के अध्यक्ष श्रवण तिवारी, एडवोकेट बृजेंद्र खमपरिया, ईश्वर पटेल, प्रतिपाल पटेल, राम शिरोमणि पटेल, राज किशोर पटेल और मोनू तिवारी के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे!!