महिला बाल विकास परियोजना गुनौर में शासन के नियमों की जा रही अवहेलना
स्थानांतरित हुए कर्मचारियों को नहीं किया जा रहा भार मुक्त
कर्मचारियों के भरोसे चल रही शासकीय जनकल्याणकारी योजनाओं में की जा रही हेरा फेरी
गौरतलब हो कि काफी लंबे अरसे से महिला बाल विकास परियोजना गुनौर में भरे शाही का मनमाफिक रवैया चला आ रहा है राम भरोसे की तर्ज पर शासकीय योजनाओं को वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा अपने से निचले स्तर के कर्मचारियों से पूर्णरूपेण कार्य संपादित करा कर शासन के नियमों की अवहेलना की जा रही विदित हो कि महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी कीर्ति चंदेल पन्ना जिले में फरवरी 2014 से पदस्थ है इनका स्थानांतरण बाल विकास परियोजना गुनौर के लिए 27/10/ 2017 को हुआ था जब से अभी वर्तमान तक परियोजना अधिकारी गुनौर के रूप में कीर्ति चंदेल गुनौर परियोजना में पदस्थ हैं गौरतलब हो कि शासन के नियमानुसार अधिकारी एवं कर्मचारियों को पदस्थापना मुख्यालय में निवासरत रहकर शासकीय योजनाओं को सही ढंग से क्रियान्वयन करने के सख्त निर्देश है जिससे गरीब जनता को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके बावजूद महिला बाल विकास परियोजना गुनौर में शासन के नियमों की अवहेलना करते हुए कोई भी वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी मुख्यालय में निवासरत नहीं रहते हैं अधिकांश वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय से नदारद रहते हैंहासिल जानकारी के अनुसार परियोजना अधिकारी गुनौर कीर्ति चंदेला अपना मुख्यालय एवं निवास पन्ना में बनाए हुए हैं जहां से ए कभी-कभी शासकीय वाहन से आवागमन करती है इनकी अनुपस्थिति में इनके द्वारा ही मुख्यालय गुनौर में जहां पर ए पदस्थ हैं का संपूर्ण कार्य का संपादन महिला पर्यवेक्षक तारा तिवारी के द्वारा पूर्ण कर संपादित कराया जाता है सांझा चूल्हा समूह के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार समूह संचालन के कार्य में गेहूं चावल का वितरण पत्रक जैसी महत्वपूर्ण दस्तावेजों की कार्यवाही भी तार तिवारी द्वारा कराई जाती है जिसमें काफी हेरा फेरी की जाती है जिस कारण से समूह संचालक परेशान है गौरतलब हो कि महिला बाल विकास विभाग की कारगुजारी करतूत के विषय में महिला बाल विकास विभाग जनपद सदस्य समिति अध्यक्ष भोपाल सिंह एवं समस्त जनपद सदस्य के द्वारा जनपद पंचायत के सभागृह में बैठक के दौरानस्थानीय विधायक शिवदयाल बागरी की मौजूदगी में 17 6 2019 को महिला बाल विकास विभाग परियोजना गुनौर महिला पर्यवेक्षक की मिलीभगत के चलते लचर व्यवस्थाओं की निंदा करते हुए घोर निंदा का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है महिला बाल विकास परियोजना गुनौर में पदस्थ महिला पर्यवेक्षक तारा तिवारी का स्थानांतरण संचालनालय महिला बाल विकास विभाग द्वारा प्रशासनिक स्तर पर गुनौर से लवकुश नगर छतरपुर जिले के लिए किया जा चुका है लेकिन परियोजना अधिकारी की मुख्य निजी सलाहकार एवं परिजनों का पूर्ण कार्य संपादित करने के चलते परियोजनाअधिकारी द्वारा अपने निजी स्वार्थ के चलते भारमुक्त नहीं किया है जो शासन के नियमों की अनदेखी एवं अवहेलना है ज्ञात हो कि महिला बाल विकास परियोजना संचालित कर रही महिला पर्यवेक्षक के स्थानांतरण हो जाने के बाद संपूर्ण कार्य परियोजना अधिकारी कीर्ति चंदेल को करना पड़ेगा जिसके लिए मुख्यालय में निवासरत रहना होगा जो संभव नहीं है क्योंकि मुख्यालय से नदारद रहने की आदत पड़ी है इन्हीं सब कारणों के चलते स्थानांतरित हुई कर्मचारी महिला पर्यवेक्षक तारा तिवारी को भार मुक्त नहीं किया जा रहा जबकि और अन्य 3 स्थानांतरित हुए कर्मचारियों को उनके स्वयं के व्यय पर भार मुक्त किया जा चुका है जिसमें से प्रियंका सिंह रिचा सोनी एवं अंकिता रि छोलिया के नाम शामिल हैं जबकि तारा तिवारी को भार मुक्त नहीं किया जा रहा है प्रश्नचिन्ह निर्मित विषय है विभाग से लेकर जनप्रतिनिधियों तक सवालियाद प्रश्नचिन्ह निर्मित है वक्त बताएगा प्रशासनिक हलचल की क्या गतिविधि होती है
इनका कहना है
मुख्यालय में कोई दूसरा रिलीवर ना आने तक मेरे द्वारा स्थानांतरित हुई महिला पर्यवेक्षक तारा तिवारी को रिलीफ नहीं किया जाएगा
कीर्ति चंदेल
परियोजनाअधिकारी
महिला बाल विकास विभाग गुनौर पन्ना मध्य प्रदेश






































