वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा आग के हवाले किया दलित का
आशियाना
अजयगढ़ थाना छेत्र के नई तहसील के पीछे निवास कर
रहे एक दलित परिवार के मकान में रिश्वत न मिलने से खफा डिप्टी रेंजर द्वारा आग लगाने मामला प्रकाश में आया है
पीड़ित परिवार ने थाने में लिखित शिकायत की गई है और कारवाही की मांग की गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील के पीछे आधा सैकड़ा मकान बने है और बीच में छोटेलाल अहिरवार का मकान बना हुआ था लगभग एक सप्ताह पूर्व वनविभाग के डिप्टी रेंजर द्वारा20000 की मांग की गई थी पर छोटेलाल अहिरवार ने देने से मना कर दिया तो 19 अक्टूबर दिन के 11 बजे डिप्टी रेंजर राजाराम कोंदर और वनकर्मियों ने बाहरी दीवार गिराकर आग के हवाले कर दिया जिस समय ये घटना हुई उस समय पीड़ित की बेटी भर घर मे मौजूद थी डिप्टी रेंजर राजाराम कोंदर के साथ आधा दर्जन वनकर्मियों ने उसके घर मे आग लगा दी थोड़ी ही देर में मकान धू धू के जलने लगा वहा के स्थानीय लोगो ने फायर बिग्रेड और पुलिस को सूचना दी ।तो मोके पर पुलिस पहुची और आग पर काबू पाया तब तक पूरा समान जल कर खाक हो चुका था। पीड़ित परिवार ने अजयगढ़ थाने जाकर लिखित में आवेदन देकर कड़ी कार्यवाही की मांग की है
इनका कहना है
रानी अहिरवार ने लिखित में शिकायत की गई है।जिसकी आगजनी में कायम कर लिया गया है। और जांच में लिया गया है।जांच में जो भी दोसी पाया जायेगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।डी के सिंह, थाना प्रभारी अजयगढ़ पन्ना
वनविभाग पर अवैध वसूली के आरोप पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगो द्वारा वनविभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर अवैध वसूली के आरोप लगाये गए है ये जांच का विसय है। फिलहाल पीड़ित परिवार के आरोपो में कितनी सच्चाई है वो तो जांच के बाद पता चलेगा