आम की डाल काटने पर सगे भाइयों मे भड़का विवाद, मामला थाना पहुचा,पढ़िए पूरी खबर संवाद न्यूज पर,पत्रकार इन्द्रभान उपाध्याय की रिपोर्ट

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गुढ़।
21/5/019
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हरे आम की डाल काटने के विवाद मे भिडे दो सगे भाई।
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आरोपी ने हरे आम के बृक्ष से डाल को किया धरासाई।
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वैसे कहा जाता है कि भाई से बड़ा दोस्त और भाई से बडा दुस्मन कोई नही होतो इसी तरह का एक वाक्या गुढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गेरूआरी मे देखने को मिला है। गेरूआर निवासी रामनिवास अग्निहोत्री पिता श्री अर्जुन प्रसाद अग्निहोत्री उम्र 45 वर्ष को अपनी पत्नी के साथ उस समय थाना मे रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए मजबूर होना पडा जब रामनिवास के बडे भाई जगतमणि अग्निहोत्री पिता अर्जुन प्रसाद अग्निहोत्री नि० गेरूआरी ने अपनी पत्नी के साथ मिल कर रास्ते मे लगे हरे भरे आम की मोटी डाल को काट कर जमीदोज कर दिया। और पानी पीने के लिए लगे सरकारी हैण्ड पम्प के पास बनी चहरी को तोड फोड कर तहस नहस कर दिया मना करने पर मार पीट एवं गाली गलौज करने व आस पास के लोगों द्वारा बीच बचाव करने के बाद बडे भाई जगतमणि द्वारा अपने छोटे भाई एवं भयाहू व भतीजी को जान से मारने की धमकी दी। जिसकी रिपोर्ट रामनिवास की पत्नी प्रभा अग्निहोत्री द्वारा विगत 19/5/019 को आरोपीं जेठानी गीता अग्निहोत्री पति जगतमणि के खिलाफ गुढ थाना मे दर्ज कराया गया। इस बात से क्षुब्ध होकर आरोपी जगतमणि अग्निहोत्री ने चन्द गुर्गो को लेकर 19 तारीख की सात अपने छोटे भाई रामनिवास के घर के अंन्दर घुस कर गाली गलौज करते हुए मारपीट करते हुए जान से मारदेने की धमकी दी है। अपना व अपने परिवार जनो की जान माल की गुहार लगाते हुए रामनिवास द्वारा दिनांक 20/5/019 को शांय के समय गुढ़ थाना मे पुनः एक लिखित आवेदन दिया है कि विगत दिनांक 19/5/019 को मेरे व मेरी पत्नी के द्वारा जगतमणि व उसकी पत्नी गीता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी तथा प्रतिवादी गणो द्वारा भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसी प्रकरण से क्षुब्ध होकर प्रतिवादी जगतमणि द्वारा अपने रिस्तेदारो को इकट्ठा कर कूट रचित घटना को अंजाम देने की साजिस रच रहे है। अतः मै प्रार्थी अपनी जानमाल की सुरक्षा के लिए श्रीमान जी के पास उपस्थित हुअ हूँ। प्रार्थी रामनिवास को पूर्ण संभावना है कि आरोपी सभी गुर्गो को इकट्ठे कर प्रार्थी को रास्ते मे अथवा रात्रि मे घर में घुस कर मारपीट एवं जान से खत्म करने की प्लानिंग बनाए हुए है। अगर ऐसी परिस्थिति मे प्रार्थी के परिवार को जानमाल की सुरक्षा की जाए। अगर इस दौरान किसी प्रकार की हमारे व हमारे परिवार के साथ कोई घटना दुर्घटना होती है तो उसकी संम्पूर्ण जबाबदार जगतमणि वगैरह माने जाये।

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