एनसीएल को मिला सीएसआर. टाइम्स अवार्ड, सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिपोर्ट

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एनसीएल को मिला प्रतिष्ठित सीएसआर टाइम्स अवार्ड

पोल्ट्री फॉर्मिंग के माध्यम से 500 आदिवासी महिलाओं को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु मिला अवार्ड

पोल्ट्री फॉर्मिंग के माध्यम से आदिवासी महिलाओं को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु एनसीएल को प्रतिष्ठित सीएसआर टाइम्स अवार्ड से नवाजा गया है। एनसीएल के निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत कंपनी के कार्यक्षेत्र के आस-पास के गांवों में आदिवासी महिलाओं के लिए पोल्ट्री फॉर्म की इकाइयां स्थापित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद देने हेतु कंपनी को यह अवॉर्ड दिया गया है।

बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित नैशनल सीएसआर समिट एवं अवार्ड समारोह में एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक (औद्योगिक अभियांत्रिकी एवं वन) श्री अनुराग कुमार एवं उपप्रबंधक (कार्मिक/सीएसआर) श्री संतराम ने भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री श्री जी॰ किशन रेड्डी, राज्य सभा सांसद श्री एम॰ पी॰ वीरेंद्र कुमार एवं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती रेखा शर्मा के हाथों यह पुरस्कार ग्रहण किया। एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेषक (सीएमडी) श्री प्रभात कुमार सिन्हा और निदेशक मंडल ने कंपनी की इस उपलब्धि के लिए पूरे एनसीएल परिवार को हार्दिक बधाई दी है और उम्मीद जाहिर की है कि स्थानीय लोगों के समावेशी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता कायम रखते हुए कंपनी इस दिशा में अपने प्रयासों को नई ऊंचाई देगी तथा समाज के विकास की नई इबारत लिखेगी। स्थानीय जरूरतमंद लोगों के कौशल विकास के माध्यम से उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनसीएल अपनी सीएसआर योजना के अंतर्गत कौशल विकास एवं जीविकोपार्जन के अनेक कार्यक्रम चला रही है। ‘सिंगरौली वूमन स्मॉल होल्डर्स पोल्ट्री प्रोड्यूसर्स कंपनी लिमिटेड’ नाम की कंपनी बनाकर सिंगरौली जिले में पोल्ट्री फॉर्म की इकाइयां स्थापित की गई हैं। प्रत्येक इकाई एक आदिवासी महिला और उसके परिवार से संबद्ध है। सिंगरौली जिला प्रशासन के सहयोग से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम से अभी तक 500 आदिवासी महिलाओं को जोड़ा गया है और 250 अन्य आदिवासी महिलाओं को इस कार्यक्रम से जोड़ने की योजना है कार्यक्रम के तहत हर आदिवासी महिला को एक पोल्ट्री फॉर्म बनाकर निःशुल्क दिया गया है। साथ ही, मुर्गीपालन से संबंधित उपकरण और आवश्यक प्रशिक्षण भी मुफ्त दिया जाता है। इस कार्यक्रम के शुरू होने से इससे जुड़ी आदिवासी महिलाओं और उनके परिजनों के जीवन में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। आदिवासी महिलाओं को सशक्त एवं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के एनसीएल के इस प्रयास को चैतरफा सराहना मिली है। सीएसआर टाइम्स अवार्ड इसी कड़ी में नया नाम है।

सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिपोर्ट

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