एनसीएल ने बिरकुनियां मे आयोजित किया ग्रामीण विकास संवाद कार्यक्रम, बांटे 500 कपड़े के थैले,सिंगरौली से संवाद न्यूज ब्यूरो गोबिन्द राज की रिपोर्ट

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ग्रामीणों की विकास संबंधी जरूरतों को जानने गांव पहुंची एनसीएल

बिरकुनिया गांव में किया ग्रामीण विकास संवाद कार्यक्रम का आयोजन

500 ग्रामीणों को दिए कपड़े से बने थैले एवं थैलियां

नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने अपने निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) विकास कार्यों को नई धार देने, उन्हें और भी अधिक समावेशी एवं प्रभावकारी बनाने और ग्रामीणों की विकास संबंधी जरूरतों को जानने के उद्देश्य से शनिवार को ग्रामीणों के साथ संवाद किया। बिरकुनिया ग्राम-पंचायत के सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में एनसीएल की बोर्ड स्तरीय सीएसआर उपसमिति के सदस्य एवं गैर-आधिकारिक अंशकालिक निदेशक प्रोफेसर ए॰ के॰ अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम में एनसीएल की सीएसआर टीम बिरकुनिया, अजगुढ़, ललिया बाजार एवं डूमा टोला सहित आस-पास के गांवों के लगभग 500 ग्रामीणों से रूबरू हुई। एनसीएल द्वारा सिंगरौली जिले की आदिवासी महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी एवं सशक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे पॉल्ट्री फ़ार्मिंग कार्यक्रम की लाभान्वित 60 महिलाओं ने भी भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि एनसीएल स्थानीय गांवों के सर्वांगीण एवं समावेशी विकास के लिए पूर्णतया कटिबद्ध एवं निरंतर प्रयासरत है। साथ ही, उन्होंने विकास ग्रामीणों से हुए संवाद में उठाए गए विषयों के अनुरूप सामुदायिक विकास की योजनाएं बनाकर उन्हें जल्द से जल्द क्रियान्वयित करने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने उनकी पंचायतों में एनसीएल द्वारा बड़े पैमाने पर कराए गए विकास कार्यों के लिए कंपनी का आभार जताया। चर्चा के दौरान सड़क, पेयजल, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, रोजगार परक कौशल विकास के जरिए रोजगार दिलाने जैसे विषयों सहित ग्रामीण विकास के विभिन्न पहलुओं पर ग्रामीणों और एनसीएल की सीएसआर टीम के बीच विस्तार से बातचीत हुई। सीएसआर टीम ने बिरकुनिया गांव में आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित की जा रही एनसीएल प्रायोजित पॉल्ट्री फ़ार्मिंग इकाइयों का दौरा कर इन महिलाओं से मुर्गी पालन की कार्यप्रणाली समझी तथा उनकी इकाइयों के संचालन को और भी बेहतर बनाने के लिए एनसीएल की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया। प्लास्टिक से मुक्ति के लिए बांटे कपड़े से बने थैले-थैलियां रोज-मर्रा के काम में प्रयोग की जाने वाली प्लास्टिक की थैलियों से मुक्ति दिलाने के लिए कार्यक्रम में शामिल हुए सभी ग्रामीणों को कपड़े से बने थैले एवं थैलियां दी गईं और उनसे अपने दैनिक कार्यों में सामान लाने ले जाने के लिए इन थैले-थैलियों का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया गया। साथ ही, घरेलू स्वच्छता में महिलाओं की अहम भूमिका के मद्देनजर 200 महिलाओं को घर की साफ-सफाई में प्रयोग होने वाले फिनायल की बोतलें भी दीं गईं।
स्वच्छता जागरूकता फैलाने के लिए ग्रामीण विद्यार्थियों के बीच एनसीएल द्वारा स्वच्छता थीम पर आयोजित पेंटिंग बनाने एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में एनसीएल के वरीय प्रबंधक (सीएसआर) श्री मौहम्मद परवेज एवं उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री संतराम ने अहम भूमिका निभाई।

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