सरकारों ने सबसे ज्यादा अहित यदि किसी का किया है तो वह है दर्जी समाज
शिवरतन नामदेव_मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी ने दिनांक 05/05/2020 को एक पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को लिखकर यह मांग किया है कि मध्य प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत दर्जी समाज शामिल है, मध्यप्रदेश में निवासरत दर्जी समाज के मध्यम एवं अल्प आय वर्गीय परिवारों का प्रमुख व्यवसाय कपड़ों की सिलाई करके अपने परिवार की आजीविका का भरण पोषण करना होता है, उन्होंने लिखा है कि आज विश्व करोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है, कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु प्रदेश में संपूर्ण लॉक डाउन का पालन किया जा रहा है, इस संपूर्ण लॉक डाउन के कारण प्रदेश में निवासरत दर्जी समाज के परिवारों को अपनी आजीविका चलाने के लिए अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, और वे अपने परिवार का भरण पोषण के दायित्व का उचित निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं, अतः आपसे अनुरोध है कि दर्जी समाज के व्यक्तियों को अपने परिवार का भरण पोषण हेतु 3 माह तक न्यूनतम ₹7500 प्रतिमाह के मान से आर्थिक सहायता करने का कष्ट करें, जिससे उन्हें राहत मिल सके । देर से ही सही पर किसी ने इस दुर्भाग्य साली समाज के लिए सोचा तो, गौरतलब है कि दर्जी समाज एक तो जनसंख्या में कम है, साथ ही 95% लोग गरीबी का जीवन जी रहे हैं, न इनके पास जमीन है, न हीं नौकरी है,इस समाज के ज्यादातर लोग सिलाई पर आश्रित हैं इसी सिलाई से इनके बच्चों का किसी तरह से भरण-पोषण होता है इस समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में डाल तो दिया गया है, लेकिन गरीबी के कारण ए अपने बच्चों को उच्च शिक्षा नहीं दे पाये, जिसके कारण सरकारी नौकरियों में इनकी संख्या ना के बराबर है जनसंख्या कम होने के कारण इन्हें कोई भी पार्टी टिकट नहीं देती है, जिसके चलते ना ही ए विधायक बन पाते हैं, और ना ही सांसद, देखा गया है कि सत्ता में जिसकी जैसी भागीदारी है उस समाज के लोगों को उतनी ही नौकरियां मिली हुई है। ना सरकारी नौकरी ना सत्ता में भागीदारी बावजूद उसके भी यह समाज एन केन प्रकारेण अपने बच्चों का भरण पोषण कर के अपने अस्तित्व को बचाने के प्रयास में लगा रहा है, जबकि आजाद भारत में यदि सरकारों ने सबसे ज्यादा कुठाराघात किसी समाज पर किया है तो वह है दर्जी समाज। आज तक सरकारों द्वारा बाल बनाने, की जूता पालिश, की और अन्य समाज के रोजगार की ट्रेनिंग नहीं दिया, यदि सबसे ज्यादा किसी रोजगार की ट्रेनिंग दी गई है तो वह है सिलाई, जिसके चलते आज हर समाज के लोग घर-घर सिलाई कर रहे हैं, और धीरे-धीरे दर्जी समाज से सिलाई का धंधा भी फिसलता जा रहा है, जबकि दर्जी समाज के लोगो ने इस विश्वव्यापी आपदा के बचाव के लिए अपने आर्थिक स्थिति के अनुरूप मास्क बनाकर लोगों को कई समाज के लोगों ने फ्री में मास्क का वितरण भी किया यद्यपि सरकार ने दर्जी समाज का भरण पोषण का साधन छीनने में संपूर्ण ताकत लगा दिया, जिससे आज यह समाज भुखमरी के कगार पर है, आज उसके पास कोई विकल्प नहीं है, ऐसे में देर से ही सही श्री कमलनाथ जी की मांग इस समाज के लिए एक उजास भरी किरण होगी, कम से कम किसी ने सोचा तो इस समाज के लिए, शिवराज सिंह जी को निश्चित रूप से इस समाज को आर्थिक सहायता देना चाहिए, साथ ही इस समाज के लोगों को जागना होगा उन्हें सरकारों और नेताओं को बताना होगा कि हम भी हैं, इस देश में हमारे जीविका का साधन छीना गया तो हमें विकल्प चाहिए। जिससे हम भी जिंदा रहे इस देश में ।