“यथासमय”पुस्तक का संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने किया विमोचन, संवाद न्यूज डिप्टी हेड अनुपम गुप्ता (स्वामीजी) की रिपोर्ट

0
114

खजुराहो – माननीय मंत्री माननीय उषा ठाकुर जी द्वारा अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं अध्यात्म विभाग श्री मनोज श्रीवास्तव की उपस्थिति में आज दिनांक 15 सितंबर 2020 को वैदिक-दर्शन पर पी.एच.डी. की उपाधि पाने वाले डॉ. उमाशंकर नगायच द्वारा लिखित एवं इंद्रा पब्लिशिंग हाउस द्वारा प्रकाशित पुस्तक “यथासमय” का विमोचन किया गया । इस अवसर पर संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी, डॉ. उमाशंकर नगायच, संचालक जवाहर बाल भवन एवं इंद्रा पब्लिशिंग हाउस प्रकाशन के प्रबंध संचालक श्री मनीष गुप्ता भी उपस्थित थे ।
‘यथासमय’ ऐसे आलेखों (शोध आलेखों) का संग्रह है, जिनका सृजन समय-समय पर, सामयिक आवश्यकता और अनुकूलता को ध्यान में रखकर किया गया है । इन आलेखों में विषय की विभिन्नता है और उनमें सर्वत्र सामाजिक सरोकारों और समसामयिक समस्याओं के समाधान की अंतर्दृष्टि विद्यमान है । प्रत्येक आलेख ज्ञान के विकास, अवधारणात्मक स्पष्टता और शोध-प्रवण प्रवृत्ति से समृद्ध है । यह विकीर्ण और स्फुट निबंधों का संकलन नहीं है, क्योंकि इन सब लेखों को एक सूत्र में पिरोने वाली है – भारतीय सांस्कृतिक दृष्टि, दयानन्द हों या पतंजलि, श्रीकृष्ण हों या शंकराचार्य, गुरु गोविंद सिंह हों या निराला – सभी पर श्री नगायच की कलाम चली है, लेकिन सब विश्लेषणों में जहाँ न केवल परम्पराओं की गरिमा बनाई राखी है, वहीं विचार की मौलिकता और ताज़गी भी अक्षत रही है । स्वामी दयानन्द पर शुरुआती चार लेख संयोग नहीं हैं, जिस तरह से स्वयं दयानन्द जी ने वैदिक आस्थामूलों की रक्षा अपनी प्रखर तार्किकता से की, उसी तरह से सनातन श्रद्धा और आधुनिक तर्कों के सम्मिश्रण के साथ श्री नगायच ने इन निबंधों को आकार दिया है ।
डॉ. उमाशंकर नगायच द्वारा इन आलेखों को एकत्र संग्रहीत कर प्रकाशित करने का उद्देश्य इनको सुलभ, उपयोगी और प्रभावी बनाना हैं । इस किताब की भूमिका श्री मनोज श्रीवास्तव द्वारा लिखी गयी है ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here