स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत भोजन पैकेट और पेयजल दिया गया
यहां से मजदूर अपने गंतव्य की ओर बसों से हुए रवाना
दमोह : – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विशेष प्रयासों से अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूरों को लाने का सिलसिला तेजी से शुरू हो गया है। आज 12 मई को एक विशेष श्रमिक स्पेशल ट्रेन फरीदाबाद से प्रातः 9:30 बजे रवाना होकर शाम करीब 7.30 बजे दमोह रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन में लगभग 1400 मजदूर दमोह पहुंचे। उन्हें विशेष बसों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत गतंव्य की ओर रवाना किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर तरूण राठी और पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे और अधिकारियों-कर्मचारियों को दिशा निर्देश देते रहे। इस अवसर पर पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
सोशल डिस्टेंस का हुआ पालन
विशेष ट्रेन दमोह स्टेशन पहुंचते ही रेल पुलिस बल के साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी सोशल डिस्टेंस का पालन सुनिश्चित कराते हुए दिखे। यहां पर क्रम से यात्रियों को निकासी द्वारों की ओर भेजा जा रहा था, जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रत्येक मजदूर का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहा था। यहां पर कर्मचारियों को तैनात किया गया था जो बाहर निकल रहे मजदूरों को उनसे पूछकर कहां और किस जिले पर जाना है, तदानुसार उन्हें संबंधित जिलों की बसों के समीप भेजा जा रहा था।
लगभग 1400 मजदूर पहुंचे
सतना 227, रीवा 190, टीकमगढ़ 31, नरसिंहपुर 01, छतरपुर 285, कटनी 34, दमोह 253, जबलपुर 12, पन्ना 118, सागर 29, शहडोल 44, भिंड 15, ग्वालियर 20, महोबा 01, निवाड़ी 01, मुरैना 17, अनुपपुर 04, सीधी 02, छिन्दवाड़ा 10, खजुराहो 02, भोपाल 03, हरपालपुर 06, महुआ 01, सिंगलोरी 01, उमरिया 29, खंडवा 01, और होशंगाबाद 01 शामिल है।
स्वास्थ्य परीक्षण किया गया
दमोह रेल्वे स्टेशन पर 2 निकासी द्वारों पर स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गई थी, जहां आये मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
भोजन-पानी की व्यवस्था
विशेष ट्रेन से दमोह पहुंचे ही इन मजदूरों को भोजन पैकेट मुहैया कर उनके गतंव्य की ओर रवाना किया गया। इसमें दमोह जिले के अलावा अन्य जिलों के मजदूरों के लिए उनके गृह जिले पहुंचाने बसों की व्यवस्था रही। यहां से छतरपुर के लिए 6 बसें, पन्ना के लिए 3 बसें, सतना के लिए 6 बसें, रीवा के लिए 3 बसे, शहडोल के लिए 2 बसे, जबलपुर के लिए एक बस की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा भी बसों की वैकल्पिक व्यवस्था रखी गई थी। यहां एसडीएम रवीन्द्र चौकसे द्वारा प्रत्येक बसों के लिए पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
सूचना केन्द्र बनाया गया
बाहर से आ रहे मजदूरों को समुचित जानकारी देने के लिए प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम (सूचना केन्द्र) स्टेशन परिसर के बाहर बनाया गया था, जहां से लगातार एनाउंस किया जा रहा था।