सी एम ओ शैलेन्द्र चौहान की गुंडागर्दी आदिवासी बासी बस्ती के लोगों को देख लेने की दी धमकी
पटेरा/नगर परिषद पटेरा के वार्ड क्रमांक 15 आदिवासी बस्ती मे परिषद के कर्मचारियों के साथ पहुंचे सी एम ओ शैलेन्द्र चौहान व्दारा बस्ती के गरीब मजदूर आदिवासी लोगो देखलेने की खुले तौर पर धमकी देने का मामला सामने आया है ज्ञात हो कि सोमवार दिनांक 16/03/2020 को आदिवासी वार्ड क्रमांक 15 में पानी फिल्टर प्लांट के समीप नगर परिषद पटेरा द्वारा कचरा एकत्रित किए जाने एवं कचरे के ढेरों पर मृत मवेशियों को खुले में फेंके जाने के संबंध में आदिवासी बस्ती के लोग एवं पानी फिल्टर प्लांट के कर्मचारी नगर परिषद पटेरा ज्ञापन देने पहुंचे थे की सीएमओ द्वारा आवेदन लेने से इनकार कर दिया था।और साथ मे यह भी कहा गया था कि वे उनके कर्मचारी नही है। बाईक पर बैठे और मौके से चले गये थे। सी एम ओ व्दारा इस प्रकार का व्यवहार किये जाने और सुनवाई नहीं किये जाने की वजह से आवेदन लेकर पहुँचे लोग पटेरा से दमोह गये और कलेक्ट्रेट पहुंच कर कलेक्टर साहब के नाम एक ज्ञापन सौंपा था जिसमे नगर परिषद सी एम ओ शैलेन्द्र चौहान की शिकायत करते हुये आरोप लगाया कि नगर मे गम्भीर बीमारियों के साथ संक्रमण फैलने की स्थिति निर्मित है लेकिन सी एम ओ समस्या को सुनने को तैयार नहीं है इस संबंध में सीएमओ को आवेदन देना चाहा जो कि उनके द्वारा नहीं लिया गया। और सी एम ओ साहब की बातचीत व असभ्यता पर सवालिया निशान खड़े करते हुये ऐसे असभ्य अधिकारी को जो जनता से ठीक तरीके से बात तक नहीं करता उनकी समस्याओं को सुनता ऐसे अधिकारी को हटाये जाने और दूसरे अधिकारी को नगर परिषद पटेरा मे लाये जाने की मांग की थी। जिस कारण से गुस्साए सीएमओ शैलेंद्र सिंह चौहान मंगलवार को आदिवासी बस्ती में नगर परिषद के कर्मचारियों के साथ पहुंचकर आदिवासी बस्ती के लोगों को भला बुरा कहा एवं कुछ लोगों के नाम लिखें और वीडियो बनाएं फोटो खींचे और जब लोगों ने इस संबंध में पूछा कि हम लोगों के वीडियो क्यों बना रहे हैं तो उन्हें नहीं बताया गया कि किस संबंध में उनकी फोटो खींचे गए और वीडियो बनाए वही वार्डवासियो ने यह आरोप भी सी एम ओ पर लगाया कि शिकायत से बौखलाये सी एम ओ व्दारा हमारे वार्ड मे दोपहर करीब 1बजे तक पानी सप्लाई नही किया गया जबकि अन्य वार्डो मे जल प्रदाय यथावत जारी है। इसके विपरीत सी एम ओ शैलेन्द्र चौहान ने बस्ती के लोगों डराते धमकाते हुये कहा कि तुम लोगों को कहा बदबू आती है कहा डला है कचरा क्यू बे मेरी शिकायत करने गये थे मैं तुम लोगों को देख लूंगा और बस्ती के एक बुजुर्ग का नाम लिखकर बोले कि इसका नाम लिख लो बाकी सभी लोग घिसटकर आ जायेगे। आदिवासी बस्ती के लोगों को इस प्रकार की खुली धमकी देकर सीएमओ साहब अपने कर्मचारियों के साथ वहां से चले गए।