कृषक एनपीके या अन्य मिश्रित उर्वरक का उपयोग रबी फसलों में करें। राजस्व विभाग की पाक्षिक कांफ्रेंस 13 अक्टूबर को दमोह से जिला ब्यूरो अभिषेक राजपूत

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दमोह : 07 अक्टूबर 2021
रवि मौसम में फसलों की बुआई शीघ्र प्रारंभ होने की संभावना है। जिला विपणन अधिकारी ने कृषकों से कहा है डीएपी की कमी को देखते हुये एनपीके 12:32:16 या अन्य मिश्रित उर्वरक जैसे 14:35:14, 14:28:14, 10:26:26 का उपयोग रबी फसलों में किया जा सकता है, साथ ही सुपर फास्पेट यूरिया एवं पोटाश को संयुक्त रूप से फसल की आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सकता है। सुपर फास्फेट उपयोग करने से संबंधित खाद में पाये जाने तत्व एनपीके के अलावा सल्फर की भी पूर्ति हो सकेगी।
कृषक यहां पर इस तरह से समझें कि डीएपी में नाइट्रोजन 18 प्रतिशत एवं फास्फेट 46 प्रतिशत एवं पोटास निरंक है। जबकि एनपीके 12:32:16 में नाइट्रोजन 12 प्रतिशत फास्फेट 32 प्रतिशत एवं पोटाश 16 प्रतिशत है, इसी तरह अन्य काम्प्लेक्स उर्वरकों में भी सभी तत्व पाये जाते है। इसी प्रकार एक बोरी डीएपी के स्थान पर तीन बोरी सुपर फास्फेट एवं 20 किलो यूरिया उपयोग करके डीएपी में पाये जाने वाले तत्वों नाइट्रोजन एवं फास्फेट के अलावा सल्फर की भी पूर्ति की जा सकती है।
जिला विपणन अधिकारी ने कहा है सभी फसलों के विकास हेतु तीन मूल तत्वों की आवश्यकता होती है जो एनपीके काम्प्लेक्स उर्वरकों में उपलब्ध रहते हैं। कृषक सभी प्रकार की रबी फसलों की बोनी हेतु अपने क्षेत्रीय कृषि अधिकारी एवं नजदीकी कृषि विज्ञान केन्द्र से संपर्क कर संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

राजस्व विभाग की पाक्षिक कांफ्रेंस 13 अक्टूबर को

दमोह : 07 अक्टूबर 2021
राजस्व विभाग की आगामी पाक्षिक वीडियो कांफ्रेंस प्रमुख राजस्व आयुक्त मध्यप्रदेश की अध्यक्षता में 13 अक्टूबर 2021 को प्रात: 9.30 बजे से आयोजित की गई है। कलेक्टर एस.कृष्ण चैतन्य ने एजेण्डा अनुसार संबंधित समस्त नोडल अधिकारी को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया है।

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