मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश के मध्य मजदूरों का परिवहन सुनिश्चित किया जाय – कलेक्टर बसंत कुर्रे

संवाद न्यूज एमडी कमलेश कुशवाहा की रिपोर्ट

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रीवा 29 अप्रैल 2020. कलेक्टर बसंत कुर्रे ने बताया कि मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों के मजदूरों को अपने गृह प्रदेश में भेजने के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। इसी प्रकार दूसरे राज्यों से मध्यप्रदेश के श्रमिकों को वापस राज्य में लाने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
कलेक्टर ने बताया कि मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश राज्यों के मध्य मजदूरों का अंतरण मुख्य बस स्टैण्ड झांसी एवं मुख्य बस स्टैण्ड प्रयागराज में होगा। उत्तरप्रदेश के अलग-अलग जिलों में मध्यप्रदेश के मजदूर इन दो स्थानों पर उत्तरप्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसों से उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा लाये जायेंगे। इसी प्रकार मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में उत्तरप्रदेश के मजदूर राज्य शासन द्वारा निर्धारित व्यवस्था के अनुसार पहुंचाये जायेंगे। मध्यप्रदेश के श्रमिक उन्हीं वाहनों से राज्य के अलग-अलग जिलों में वापस पहुंचाये जायेंगे। यदि अतिरिक्त वाहनों की आवश्यकता होगी तो उसकी व्यवस्था परिवहन विभाग द्वारा की जायेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश शासन की ओर से कार्य पर्यवेक्षण के लिए झांसी में दतिया के अपर कलेक्टर विवेक रघुवंशी एवं प्रयागराज में रीवा जिले के संयुक्त कलेक्टर ए.के. झा को नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि उत्तरप्रदेश जाने वाले सभी मजदूरों को प्राथमिक शारीरिक परीक्षण का प्रमाण पत्र दिया जाकर यह उल्लेख किया जायेगा की उनमें कोविड-19 का कोई लक्षण दिखायी नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूसरे प्रदेश से जिला एवं संभागीय मुख्यालय पहुंचने पर समस्त मजदूरों का मेडिकल परीक्षण किया जायेगा। यह भी सुनिश्चित किया जाय की मजदूरों के वापस आने पर वे होम क्वॉरेंटाइन में ही रहें। आवश्यकता अनुसार उनका गहन चिकित्सा परीक्षण किया जायेगा। राज्य में वापस आने वाले मजदूरों को मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर योजना 2020 के अन्तर्गत एक हजार रूपये राहत राशि दी जायेगी। परिवहन के दौरान सुनिश्चित किया जाय की। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाय और वाहन में निर्धारित संख्या से अधिक मजदूर न बैठें।

लॉकडाउन में फंसे हुए लोगों की वापसी एवं मेडिकल परीक्षण की व्यवस्था हेतु डियूटी लगाई गयी

रीवा 29 अप्रैल 2020. कलेक्टर बसंत कुर्रे ने रीवा जिले के ऐसे निवासी जो अन्य राज्यों में लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए है उनको वापस लाने के लिए उनका मेडिकल परीक्षण करने हेतु एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों की डियूटी लगाई है। 
कलेक्टर ने बताया कि चाकघाट से आने वाली बसें सोहागी, पंचायत भवन में रूकेगी वहां पर त्योंथर के बीएमओ मेडिकल परीक्षण करेंगे। समन्वय अधिकारी एसडीएम को बनाया गया है, चाय, नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत त्योंथर के सीईओ की डियूटी लगाई गयी है। पटहट से आने वाली बसें इटौरी, पंचायत भवन में रूकेगी वहां पर जवा के बीएमओ मेडिकल परीक्षण करेंगे। समन्वय अधिकारी तहसीलदार जवा को बनाया गया है। चाय, नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत जवा के सीईओ की डियूटी लगाई गयी है। बरगड़ से आने वाली बसें आदिवासी छात्रावास डभौरा में रूकेगी वहां पर जवा के बीएमओ मेडिकल परीक्षण करेंगे। समन्वय अधिकारी तहसीलदार जवा को बनाया गया है। चाय, नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत जवा के सीईओ की डियूटी लगाई गयी है। हनुमना से आने वाली बसें उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हनुमना में रूकेगी वहां पर हनुमना के बीएमओ मेडिकल परीक्षण करेंगे। समन्वय अधिकारी एसडीएम हनुमना को बनाया गया है, चाय, नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत हनुमना के सीईओ की डियूटी लगाई गयी है। चोरहटा से आने वाली बसें शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा में रूकेगी वहां पर रीवा के सीएमएचओ मेडिकल परीक्षण करेंगे। समन्वय अधिकारी एसडीएम रीवा को बनाया गया है। चाय, नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत रीवा के सीईओ की डियूटी लगाई गयी है। 
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि समस्त बॉर्डर से आने वाली बसें चेक प्वाइंट में रूकेंगी। आये हुये व्यक्ति का मेडिकल परीक्षण करने के उपरांत उन्हें घर या सेल्टर होम भेजा जायेगा।
कमलेश कुशवाहा, एमडी संवाद न्यूज

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