सीएम हेल्पलाइन तथा टीएल पत्रों का समय-सीमा में निराकरण करें – कलेक्टर
रीवा 22 जून 2020. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में टीएल पत्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि सभी अधिकारी शासन की प्राथमिकताओं के अनुसार अपने सप्ताह भर के कार्यों तथा गतिविधियों की कार्य योजना तैयार करें। इसके अनुरूप प्रतिदिन कार्य सम्पादित करें। सीएम हेल्पलाइन तथा टीएल पत्रों का निर्धारित समय-सीमा में अनिवार्य रूप से निराकरण सुनिश्चित करें। अधिकांश विभागों में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की संख्या बहुत अधिक है। इन प्रकरणों को लेबल एक तथा लेबल दो पर ही निराकृत करने का प्रयास करें। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग की योजनाओं और कार्यक्रमों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास समन्वय के साथ कार्य करके शिशुओं के टीकाकरण, शिशुओं एवं गर्भवती माताओं के पोषण स्तर को बढ़ाने, तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के सूचकांकों में सुधार के प्रयास करें। जिले में शिशु मृत्यु तथा मातृ मृत्यु की प्रत्येक घटना की रिपोर्ट स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत करें। दोनों विभागों के जिला एवं विकासखण्ड स्तर के अधिकारी संयुक्त रूप से क्षेत्र का भ्रमण करें। दोनों विभागों के समन्वय से ही स्वास्थ्य सेवाओं तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की सेवाओं को बेहतर किया जा सकेगा। विकासखण्ड स्तर पर भी दोनों विभागों की संयुक्त रूप से बैठक आयोजित करें। सभी एसडीएम भी इन बैठकों में शामिल होकर दोनों विभागों के कार्यों की समीक्षा करें। बैठक में कलेक्टर ने पथ पर विक्रय करने वालों के पंजीयन की समीक्षा करते हुए कहा कि अब तक जिले में 11 हजार 360 पथ पर बिक्री करने वालों का ऑनलाइन पंजीयन किया गया है। सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी पथ पर विक्रय करने वालों का शत-प्रतिशत पंजीयन करायें। इनका सत्यापन भी तय समय-सीमा में करें। परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण सत्यापन में आ रही तकनीकी कठिनाईयों को तत्काल दूर करायें। आयुक्त नगर निगम तथा सभी सीमएओ अपने क्षेत्र के हर वार्ड में नाला तथा नालियों की नियमित रूप से सफाई करायें। जिन क्षेत्रों में बाढ़ आने की आशंका हो वहां जल निकासी के लिए अभी से आवश्यक प्रबंध करायें। नगर की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था तथा पेयजल व्यवस्था की भी सतत निगरानी करें। घर-घर कचरा संग्रहण के संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही हैं। हर घर से प्रतिदिन कचरा संग्रहण सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने एसडीएम को नामांतरण, बंटवारा तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने मूल कार्यों के साथ शासन के अन्य सभी विभागों की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखें। कोरोना संक्रमण के कारण जिन बस्तियों को कंटेमेंट एरिया घोषित किया गया है वहां शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक शासकीय भूमि का चिन्हांकन करके एसडीएम संबंधित विभाग को उपलब्ध करायें। बैठक में बाढ़ नियंत्रण, खाद्यान्न वितरण, कोरोना नियंत्रण तथा पेंशन वितरण की समीक्षा की गई। बैठक में नवागत आयुक्त नगर निगम मृणाल मीना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े, सहायक कलेक्टर शिशिर गेमावत, अपर कलेक्टर इला तिवारी, सभी एसडीएम, जनपद के सीईओ, सीएमओ तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।